जनसुनवाई पोर्टल पर कोविड हेल्पलाइन में शिकायत का फर्जी निस्तारण

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शिकायतकर्ता ने की सीएम योगी से शिकायत

रिपोर्ट राजकुमार गुप्ता वाराणसी

वाराणसी: रोहनियां/राजातालाब – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए जनसुनवाई पोर्टल की शुरुआत की थी। इससे त्वरित न्याय के साथ सरकार की छवि बेहतर होने की उम्मीद थी, लेकिन जनपद में अधिकांश अधिकारियों की लापरवाही सीएम के इस सपने पर पानी फेर रही है। इसका खुलासा जनसुनवाई पोर्टल पर कोविड 19 मामले का निस्तारण किए बिना लखनऊ कंट्रोल रूम को झूठी रिपोर्ट भेजने के साथ ही शिकायतकर्ता का फीडबैक लिए बिना ही पोर्टल पर फर्जी सकारात्मक फिडबैक दर्ज होने के बाद हुआ है।

सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपने गांव कचनार के राजातालाब पंचकोशी मार्ग के नाले की सफाई और जगह-जगह कूड़े के ढेर गड्ढे में जमे अवजल निकासी के लिए 15 जुलाई को जनसुनवाई पोर्टल के कोविड19 हेल्प लाइन पर शिकायत की थी। शिकायत दर्ज करके हेल्प लाइन ने खंड विकास अधिकारी आराजी लाइन से जबाब मांगा। जिम्मेदार अधिकारियों ने इस सड़क और नाले की साफ सफाई करने की झूठी आख्या लखनऊ भेज दी। इसके बाद हेल्प लाइन के अधिकारियों ने शिकायतकर्ता को समस्या का निस्तारण होने की जानकारी देकर राजकुमार से बिना फिडबैक लिए ही फर्जी तरह से सकारात्मक फिडबैक दर्ज कर शिकायत बंद करने की जानकारी देकर शिकायत बंद कर दी। हकीकत यह है कि महिनों से इस सड़क पर बने नाला की सफाई आज तक नहीं हुआ और ना ही कूड़े के ढेर और गड्ढे में जमे अवजल निकासी किया गया धार्मिक महत्ता का पंचकोशी मार्ग आज भी अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है।

जनसुनवाई पोर्टल से उठने लगा विश्वास

इसी तरह तमाम लोगों ने सैकड़ों जन शिकायतें जनसुनवाई पोर्टल पर सीएम व कोविड 19 हेल्प लाइन और संबंधित अधिकारियों से कीं, लेकिन जिले के संबंधित अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के आदेश को ठेंगा दिखाकर उनको ठंडे बस्ते में डाल दिया। इसके चलते लोगों का विश्वास जनसुनवाई पोर्टल सीएम, कोविड हेल्पलाइन व अधिकारियों से उठने लगा है। राजकुमार गुप्ता ने मुख्यमंत्री से मामले की जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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