महिला सिपाहियों ने कोरोना फाइटर बनने के लिए टाल दी अपनी शादी

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पीलीभीत : जहां एक तरफ डॉक्टर कोरोना वॉरियर्स बनकर अस्पताल में मरीजों का इलाज कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पुलिसकर्मी फील्ड पर लोगों की सुरक्षा ने लगे हैं। 12 घंटे की ड्यूटी में ना खाने का भरोसा ना पीने का। बावजूद इसके पुलिसकर्मी अनोखी मिसाल पेश कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं पीलीभीत में तैनात दो महिला सिपाहियों की। जिन्होंने ड्यूटी के आगे अपनी शादी को पोस्टपोंड कर दिया। जिले के कप्तान ने भी दोनों को बुलाकर उनकी सराहना की है।

कौन है महिला सिपाही

अगर पहली महिला सिपाही की बात करें तो प्रतापगढ़ जिले के मांधाता थाना क्षेत्र के गांव पितईपुर निवासी सुमन यादव के पिता लालजी यादव फौज से सेवानिवृत होने के बाद बैंक में कार्यरत हैं। मां कुसुम यादव गृहणी हैं। मां, पिता ने उनका रिश्ता इलाहाबाद जिले के मऊयामा क्षेत्र के गांव देवगलपुर निवासी विक्रम सिंह यादव के साथ तय कर दिया। विक्रम सिंह यादव सेना में हैं, लद्दाख में उनकी तैनाती है। होली से कुछ दिन पहले शादी की तारीख 23 मई तय हुई। तैयारियां होने लगीं। इस समय कोरोना वायरस जिस तरह पैर पसार रहा है उसी वजह से अब सुमन ने अपनी शादी टाल दी है। ताकि ड्यूटी भी बाधित ना हो और वायरस में लोग परेशान भी ना हो।

दूसरी महिला सिपाही के बारे अगर बात करें तो बिजनौर जिले के मंडावर थाना क्षेत्र के गांव किशनपुर निवासी शीतल चौधरी के पिता राजेश सिंह चौधरी कृषि करते हैं। बीएड करने के बाद शीतल पुलिस में भर्ती हो गईं। बिजनौर जिले के ही गांव कबूलपुर निवासी रजत सिंह अहलावत से उनकी शादी तय हुई। वह भी पुलिस में कांस्टेबिल है, वर्तमान तैनाती बदायूं जिले के इस्लामनगर थाना में है। 20 अप्रैल को शादी तय होने थी मगर उन्होंने भी टाल दी। अब इस शादी की अगली तारीख भी कोरोना वायरस ख़तम होने के बाद ही तय होगी।

एसपी ने की सराहना

जब इस बारे में जिले के एसपी अभिषेक दीक्षित को पता लगा तो उन्होंने दोनों को बुलाया और पूछा। एसपी को महिला सिपाहियों ने वजह बता दी। जिस पर एसपी ने दोनों की काफी सराहना की। एसपी ने कहा कि ऐसे ही पुलिसकर्मियों की वजह से हमारे विभाग का नाम ऊंचा होता है।

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