भगवान श्री जगन्नाथ जी की कृपा एवं परम पूज्य गुरुदेव नारायण श्री श्री 1008 स्वामी श्री इंदिरा रमणाचार्य पीठाधीश्वर श्री जीयर स्वामी मठ जगन्नाथ पुरी के आदेश एवं आप सबके आशीर्वाद से पुत्र विश्वम प्रकाश पांडे एवं पुत्रवधू इं पूजा पांडे ने भगवान श्री पद्मनाभजी का तिरुवंतपुरम में दर्शन किया।
यह दुनिया का सबसे बड़ा रहस्यमई धनाढ्य मंदिर है। छठी शताब्दी में इसका निर्माण हुआ था 12800 शालिग्राम से भगवान पद्मनाभ के श्री विग्रह का निर्माण हुआ है । इस मंदिर की संपत्ति लगभग 5 लाख करोड़ रुपए है।
1733 में पुनः त्रावणकोर के राजा मार्तंड वर्मा ने इसका पुनर्निर्माण कराया और राज्य की सारी संपत्ति दान करके 7 कमरों में बंद कर दिया । स्वयं को भगवान का दास मान कर सेवा करने लगे। छह कमरे सुप्रीम कोर्ट के आदेश से खोले गए अपार धन संपदा निकली सातवां दरवाजा नहीं खुल पाया जिस पर दो नाग बने हुए हैं ऐसा कहा जाता है कि जब यह दरवाजा खोला जाएगा तो बहुत ही विश्व में अनर्थ करने वाली घटना हो सकती है। जिस व्यक्ति ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल किया था मुकदमे के दौरान ही उसकी मृत्यु हो गई थी। सनातन धर्म का श्री वैष्णवों का यह मंदिर केरल में स्थित है। आप सब के आशीर्वाद का आकांक्षी।
जय श्रीमन्नारायण
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