सलोन रायबरेली-सीएचसी सलोन परिसर में जलती हुई दवाओं के आरोपो का खण्डन सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर रूपेश जायसवाल ने किया है।उन्होंने कहा कि अस्पताल और डॉक्टरों की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से इस तरह की गंदी हरकत की गई।जो दवाएं वायरल वीडियो में दिख रही है वो सीएचसी सलोन बैच की है ही नही।उन्होंने कहा कि दवाओं को बाहर से लाकर जलाया गया इसके बाद वीडियो बनाकर वायरल किया गया।विदित हो कि बुधवार तड़के सीएचसी सलोन परिसर का वीडियो वायरल किया गया।वायरल वीडियो में कहा जा रहा है
सीएचसी सलोन के पीछे लाखो रुपये कीमत की दवाओं को जलाया जा रहा।आरोप है कि मेडिकल स्टोर से दवाओं को लिखने के लिए डाक्टर ऐसी हरकत कर रहे है।हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आये स्वास्थ महकमा ने तुरंत मामले की जांच कराई।सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर रूपेश ने बताया कि प्रथम दृष्टया जो दवा पाई गई वो सीएचसी सलोन की नही है।वही कुछ प्राइवेट मेडिकल स्टोरों की दवाएं भी मिली है।इसकी जांच के लिए टीम गठित की गई है ।इस सम्बंध में अपर चिकत्साधिकारी डॉक्टर पीके बैसवार ने बताया की सीएचसी सलोन को बदनाम करने की साजिश की जा रही है।जलती हुई दवाओ का सीएचसी सलोन से कोई नाता नही है।मामले में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया।निर्देश मिलते ही घटना से सबंधित लिप्त लोगो पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
अनुज मौर्य/प्रदीप गुप्ता रिपोर्ट