एमओयू सेरेमनी के अवसर पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज इस समारोह में 71 एमओयू साइन हुए हैं और 14 से ज्यादा इक्विपमेंट लांच किए गए हैं। इसका नाम बंधन इसलिए रखा गया है क्योंकि हम किसी भी तरह से बंधन नहीं टूटने देंगे। डिफेंस एक्सपो के दौरान टोटल एग्रीमेंट की संख्या 200 से ऊपर पहुंच गई है। मैं कहता हूं कि यहां पर इतिहास रचा गया है। मैं इसके लिए हार्दिक बधाई देता हूं। मैं public-private या जो भी आर्गनाइजेशन इस बंधन में बंध रहे हैं वह पूरी इमानदारी से इसे निभाएंगे और टूटने नहीं देंगे। आज आर्टिलरी गन, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल सहित तमाम उपकरण आज लांच किए गए हैं जो मेक इन इंडिया के तहत बने हैं। टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट की श्रेणी में डीआरडीओ द्वारा आज 18 नए ट्रांसफर आफ टेक्नोलॉजी पर सिग्नेचर किए गए हैं। उड़ान स्कीम द्वारा हम छोटे-छोटे शहरों को जोड़ रहे हैं। अभी डायस पर बैठकर मुख्यमंत्री मुझसे चर्चा कर रहे थे कि मैं उड़ान योजना के तहत छोटे-छोटे शहरों को एयर से जोड़ना चाहता हूं मैं इसके लिए उन्हें बधाई देता हूं।
इस दौरान रक्षा मंत्री ने आगे कहा मेक इन इंडिया का एक और अच्छा प्रमाण इंडियन आर्मी के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण किया गया है। मुझे इस बात पर गर्व है कि इस भारतीय कंपनी ने इस प्रोडक्ट के लिए कांट्रैक्ट भी हासिल किया है। यह एक बेहतरीन उदाहरण है कि ऐसे प्राइवेट प्लेयर्स हमारे बिजनेस सेक्टर को और अधिक प्रभावी बना रहे हैं। नाइट विजन फार्म सिस्टम प्रोड्यूस करने के लिए भी मेक इन इंडिया के तहत प्रोडक्ट निर्मित हो रहे हैं। आज तमाम नए इक्विपमेंट्स देखकर आप लोगों को यह महसूस होने लगा होगा कि हम डिफेंस सेक्टर में कितनी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। डिफेंस प्रोडक्शन में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमारे प्रयासों की सीरीज में एक और सराहनीय कदम है। हमारी सरकार ने लाइसेंसिंग पॉलिसी में बदलाव किया है और तमाम आवश्यक कदम उठाए हैं। तमाम डिफेंस पालिसी को भी स्ट्रीम लाइन किया है आगे और भी स्ट्रीम लाइन करेंगे। हमने जो भी टारगेट फिक्स किए हैं उन्हें हासिल करके रहेंगे। डिफेंस मिनिस्ट्री की तरफ से स्टेकहोल्डर्स को जो भी सहयोग चाहिए होगा डिफेंस इंडस्ट्री हमेशा साथ है। अब उद्योग के साथ ही रक्षा क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश का नाम भारत में और विश्व में लिया जाएगा। मैं सभी को एमओयू साइन करने के लिए बधाई देता हूं।