महराजगंज, रायबरेली। नगर निकाय चुनाव के बाद तहसील में मतपेटियों के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व मतगणना के दृष्टिगत तहसील परिसर में वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित था। जिसके लिए तहसील परिसर के सभी गेट बंद किए गए थे लोगों के आवागमन हेतु छोटा गेट खोला गया था।मतगणना समाप्त होने के बाद भी गेट न खोले जाने से अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। वहीं उपजिलाधिकारी गेट खोलने को लेकर कोई बात सुनने को तैयार नही हुए जिससे अधिवक्ताओं में नाराज़गी दिख रही है।
बताते चलें कि तहसील में कार्य करने वाले अधिवक्ताओं के वाहन परिसर के अन्दर न आने से अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। अधिवक्ताओं का कहना है कि परिसर के बाहर खडे़ उनके वाहनों की कोई सुरक्षा व्यवस्था नही है। जिससे उन्हे आये दिन किसी न किसी प्रकार की क्षति उठानी पड़ रही है।
तहसील बार के पूर्व अध्यक्ष छोटेलाल ने बताया कि इससे पूर्व कभी तहसील का गेट बन्द नही किया गया है। उपजिलाधिकारी का तानाशाही पूर्ण रवैया अधिवक्ता बर्दास्त नही करेगा। उन्होने बताया कि उपजिलाधिकारी को गेट खोलने के सम्बन्ध में लिखित रूप से चेतावनी दी गयी है। यदि कल गेट नही खुला तो अधिवक्ता हड़ताल करेंगे और जरूरत पड़ी तो अधिवक्ता स्वयं गेट खोल देंगे।
मामले में उपजिलाधिकारी राजेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि अधिवक्ताओं के साथ बैठक की गई,अधिवक्ताओं की सहमति से ही गेट बंद करने का निर्णय लिया गया है।
- अशोक यादव एडवोकेट