चित्रकूट। शहर के साथ ही गांवों में भी अतिक्रमणकारियों की तूती बोल रही है। गांवों में रहने वाले दबंगों के हाल यह है कि उनके सामने राजस्व व पुलिस के जवान भीगी बिल्ली बन जाते है।
भारतीय रेल की उच्च सेवा में मुंबई में पदस्थ देवेंद्र कुमार त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री के पोर्टल के साथ ही जिलाधिकारी को पत्र भेजकर समस्या से गाँव मे अतिक्रमण की समस्या से अवगत कराया है।
उन्होंने बताया कि जगत पाल कुशवाहा (भोला) पुत्र मथुरा, द्वारा उनके आवास तक जाने वाले पहुंच मार्ग पर अनधिकृत निर्माण कर सड़क पर अतिक्रमण कर लिया है।
श्री त्रिपाठी ने बताया कि वे मध्य रेलवे मुंबई में कार्यरत है और मुंबई में रहता है। वे ग्राम सिकरी सानी, थाना और पोस्ट-पहाड़ी, जिला – चित्रकूट के मूल निवासी है।
उन्होंने बताया कि उनके वृद्ध माता-पिता (उम्र ९४ व ९५ वर्ष) बड़े भाई धीरेंद्र कुमार त्रिपाठी के साथ मूल निवास पर रह रहे हैं। उम्र के साथ माता-पिता को गहन देखभाल और चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है जो कि जिला अस्पताल चित्रकूट और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पहाड़ी की मेडिकल टीम की मदद से मेरे बड़े भाई द्वारा प्रदान की जा रही है।
माता-पिता को घर के रास्ते पर अनधिकृत अतिक्रमण होने के कारण गंभीर आपातकालीन चिकित्सा खतरों का सामना करना पड़ रहा है, अनधिकृत अतिक्रमण के परिणामस्वरूप घर तक पहुंचने के लिए एम्बुलेंस और अन्य चिकित्सा सहायता के लिए बाधा उत्पन्न होती है। इस समस्या के कारण माँ को 11 सितंबर को आपातकालीन परिस्थिति के दौरान आकस्मिक चिकित्सा हेतु एम्बुलेंस घर तक नहीं पहुंच सकी, और उन्हें सीएचसी अस्पताल पहाड़ी तक पहुँचने में विलम्ब हुआ, जिसके परिणामस्वरूप उनके स्वास्थ्य में भारी गिरावट आई और उसी दिन उनका देहावसान हो गया। ।
अब बुजुर्ग पिता (आयु 95 वर्ष) को भी नियमित चिकित्सा सहायता की निरंतर आवश्यकता पड़ती रहती है , जिसके लिए निवास स्थान तक एम्बुलेंस सेवाओं और अन्य चिकत्सीय सुविधाओं की पहुंच बाधित होती है।
उन्होंने कहा कि अतिक्रमण को त्वरित कार्यवाही करते हुए हटाया जाये, ताकि इस प्रकार की अनहोनी घटना की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।