नगर पालिका की उदासीनता के चलते कड़ाके की सर्दी में ठिठुरने को मजबूर है आम जनमानस

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महोबा , नगर पालिका परिषद महोबा के अधिकारियों के ढुलमुल रवैये की वजह से जोरदार सर्दी में दिन काटने पड़ रहे हैं क्योंकि नगर पालिका ने जितने भी जगह अलाव जलाने के लिए चिन्हित किए हैं वहां लकड़ी एक निर्धारित समय के 1 घंटे बाद डालकर जलाते हैं, चाहे दिन भर लोग सर्द हवाओं से जुझते रहें। नगर पालिका के अधिकारी और अध्यक्ष की बला से है।

गौरतलब हो कि दिसंबर में कड़ाके की ठंड पड़ने लगती है और सूर्य देवता के दर्शन दुर्लभ हो जाते हैं, क्योंकि मौसम के बदलते मिजाज की वजह से तापमान नीचे की ओर लुढ़क जाता है, जिससे कड़ाके की ठंड हो जाती है, ठंड से बचने के लिए लोग लकड़ी से अलाव का सहारा लेते हैं या गर्म कपड़े पहनते हैं पर बहुत से ऐसे लोग हैं जो रोज कमाते और रोज खाते हैं वह लोग अक्सर आपको आल्हा चौक पर सुबह 8 बजे से खड़े मिल जाएंगे, जो दिन भर की दहाड़ी करने के लिए मजबूर रहते हैं, कि दिन की मजदूरी किसी प्रकार से हो जाए जिससे वह अपने बाल बच्चों के लिए भरपेट भोजन की जुगाड़ कर सके, इसलिए वह कड़ाके की ठंड में शहर के हृदय स्थल कहे जाने वाले आल्हा चौक पर पर खड़े रहते है, वहीं नगर पालिका की तरफ से अलाव जलाने के लिए कई पॉइंट निर्धारित किए गए हैं।

लेकिन नगर पालिका आलाव जलाने के लिए लकड़ी कितनी डालते हैं यह देखने की बात है, कहीं कहीं तो अलाव जलाये नहीं जाते है, भले ही योगी सरकार लाख दावे करें कि किसी भी व्यक्ति की ठंड से मौत न होने पाए लेकिन जिले में योगी सरकार के फरमान को दरकिनार करते हुए नगर पालिका के अधिकारी और अध्यक्ष के ढुलमुल रवैये की वजह से सही समय पर अलाव नहीं जलाए जाते है, और लोग कड़ाके की सर्दी में दिनभर ठंड में कूड़ा करकट जलाकर अपने को बचाए रखने का उपाय करते हैं, साथ ही कूड़ा करकट के धुआं से होने वाले प्रदूषण का भी सामना करते हैं। वहीं नगर पालिका की अनदेखी की वजह से लोग आल्हा चौक से लेकर रोडवेज, प्राइवेट, परमानंद तिराहा उदल चौक, पुलिस चौकी सहित कई जगहों पर ठंड खाते हुए देखे जा सकते हैं।

रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल

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