खन्ना(महोबा)
भगवान कृष्ण के प्रति निस्वार्थ प्रेम तथा भक्ति भाव को प्रमाणित करता सुदामा चरित्र समूचे समाज को आपसी प्रेम का संदेश देता है। यह चरित्र जात-पात व अमीरी-गरीबी से ऊपर उठकर निस्वार्थ भाव को प्रेरित करता है।
उक्त विचार खन्ना क्षेत्र के ग्राम सिरसी खुर्द में जारी सात दिवसीय भागवत कथा के समापन अवसर पर पंडित राजकुमार बाजपेयी ने कहे। शुक्रवार को भागवत कथा के अंतिम दिन हवन-पूजन के पश्चात भंडारे का आयोजन कि या गया। जिसमें ग्राम अटघार, तिंदही, बान्हिगा, कहरा, इचौली, खण्डेह एक दर्जन से अधिक गांवो के बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल थे। पंडित श्री बाजपेयी ने कहा कि सुदामा चरित्र के माध्यम से भक्तों के सामने दोस्ती का अद्भुत उदाहरण पेश कि या और समाज में समानता का संदेश दिया। साथ ही भक्तों को बताया कि श्रीमद् भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है, तो वहीं इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते हैं। कथा के समापन के बाद भंडारे का आयोजन कि या गया। इस दौरान उन्होंने प्रभु भक्ति की महिमा से भी लोगों को अवगत कराया। साथ ही यह भी कहा कि हर युग में धर्म की विजयी हुई है। यह सनातन सत्य है। अधर्म को हर काल में पराजय का मुंह देखना होगा। मुक्ति के लिए एक मात्र रास्ता भक्ति है। मायाए मोह में फंसकर लोग मूल कर्म से भटक रहे हैं। सामाजिक कु रीतियांए विसंगति सब इसी की देन है। मनुष्य सतपथ से भ्रमित होकर खुद अपने लिए परेशानियां पैदा कर रहे हैं। इस मौके पर आशाराम सिंह,जगतप्रसाद त्रिपाठी, शिवनारायण पाल ,श्यामबाबू गुप्ता, कल्लू सिंह,आदि
पश्चात भंडारे का आयोजन
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