रिपोर्ट- अनुज मौर्य
- नई आलू आने के बाद भी 10 रुपये में टिके दाम
रायबरेली : आम आदमी को खाने में प्याज का तड़का काफी महंगा पड़ रहा है। प्याज के दामों के लगातार उतार चढ़ाव के कारण गरीब की थाली से यह गायब हो रहा है। वहीं दाल की कीमतें भी आसामान छूने लगी हैं। मंडी में इसकी स्थिति को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। इसके दाम में बराबर निगरानी की जा रही है।
कोरोना काल में भी प्याज के दाम आसमान छूने लगे थे। यहां तक की आम आदमी को सस्ता प्याज उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन को सरकारी स्टॉल लगाने पड़े थे। धीरे-धीरे हालात सामान्य हो गए थे, लेकिन इधर काफी समय से दामों में बढ़ोतरी ने मुसीबतें खड़ी कर दी हैं। कभी-कभी तो दाम एकाएक 45 रुपये से 70 रुपये तक पहुंच जाते हैं। इसके अलावा तरोई, भिडी और परवल का स्वाद भी लोग भूल रहे हैं। वहीं नई आलू बाजार में आ गई है, फिर भी इसके दाम 10 रुपये से नीचे नहीं आ रहे हैं। इनसेट- इन सब्जियों के ज्यादा है दाम सब्जी थोक (रुपये में)- फुटकर (रुपये में)
प्याज 45- 60
तरोई 60- 80
भिडी 64 – 80
परवल- 130- 160
करैला 60- 80
दाल थोक- फुटकर अरहर 60-92 70-100
मूंग 88-100 100-110
चना 50-60 60-70
मटर- 70-75 75-80
प्याज और आलू की चेक की जाएगी आवक
प्याज के दामों में वृद्धि और नई आलू आने के बाद भी दाम कम न होने से सभी हतप्रभ हैं। सिटी मजिस्ट्रेट युगराज सिंह ने बताया कि प्याज के दाम इस समय ज्यादा हैं। मंडी में जांच की गई। उन्होंने हालात समझे और दामों को लेकर जिम्मेदार अफसरों से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्याज और आलू की आवक की जांच कराई जा रही है।
इनकी सुनें,
मंडी में प्याज की आवक नहीं हो पाई है। अब प्याज आना शुरू हो गया है। दाम जल्द ही नियंत्रण में होंगे।
देवतानाथ त्रिपाठी, प्रभारी मंडी सचिव रायबरेली
इनपुट – JN