प्रशासन की अनदेखी के कारण अमर शहीद वीर बीरा पासी का चबूतरा बदहाल

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आजादी के दीवानों की कुर्बानी का प्रतीक है, वीर वीरा पासी

प्रशासन और समाज की अनदेखी को दर्शा रहा बदहाल वीरा पासी चौंक

लालगंज (रायबरेली) , कस्बे के नगर पंचायत कार्यालय के निकट बने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीरा पासी का चबूतरा उपेक्षा का शिकार है। चबूतरे की बाहरी दीवारें और बैरिकेड टूट चुकी है। साफ सफाई और देखरेख की कमीं के कारण पूरा परिसर बदहाल हो गया है। एक ओर यह स्थान जहां आजादी के दीवानों की कुर्बानी का प्रतीक है, वहीं दूसरी ओर इसकी बदहाल स्थिति प्रशासन और समाज की अनदेखी को दर्शा रही है। कई वर्ष पहले इस चबूतरे का निर्माण किया गया, ताकि आने वाली पीढ़ी महापुरुषों को याद रख सकें। इस स्थल से ही चौराहे की पहचान वीरापासी चौक के नाम से है। हर साल स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस सहित अन्य मौकों पर माल्यार्पण व श्रद्धांजलि देने का आयोजन भी होता है, लेकिन बाकी दिनों में इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। वर्तमान में यह चबूतरा जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है।

चौराहे के बीचोबीच होने के कारण वाहनों की टक्कर से चबूतरे की चहारदीवारी टूट फूट कर क्षतिग्रस्त हो चुकी है तो चहारदीवारी के ऊपर लगी लोहे की ग्रिल भी उखड़कर बाहर पड़ी है। छोटे से परिसर में कई जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है। इससे साफ है कि न तो स्थानीय प्रशासन और न ही नागरिक कस्बे की इस महत्वपूर्ण धरोहर की देखरेख को लेकर कोई पहल कर रहे हैं। स्थानीय नागरिकों ने चबूतरे के पुनर्निर्माण और इसे साफ-सुथरा रखे जाने की मांग की है। कस्बा निवासी अधिवक्ता दिनेश यादव, अमित यादव, पवन पासवान, योगेश यादव आदि ने कहा कि स्थल को संरक्षित किया जाए, ताकि युवा पीढ़ी अपने देश के गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा ले सके। अमर शहीद वीरा पासी सामाजिक सेवा संस्थान के अध्यक्ष धीरज पासी ने कहा कि चबूतरे का जीर्णोद्धार हो ताकि स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों के सम्मान को बनाए रखा जा सके। देवता दीन पासी, राम प्रकाश पासी, सुरेश कुमार, राजकुमार आदि।

रिपोर्ट- संदीप कुमार फिजा

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