कौशाम्बी। Covid 19 वाइरस महामारी के संभावित खतरे से निपटने को अब गांव के शिक्षित बेरोजगार युवा आगे आये है। सोमवार को सिराथू तहसील के हाजीपुर पतौना गांव के युवको ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कोरोना महामारी के खतरे के बारे में जनता को जागरूक किया। बेरोजगारी का दंश झेल रहे ग्रामीण युवाओ ने अपनी खुद की पाकेट मनी से सेनेडाइजर और मास्क लेकर ग्रामीण जनता को वितरित किया।
गैरतलब है कि पूरा विश्व मौजूदा समय में Covid 19 वाइरस महामारी की त्रासदी झेल रहा है। हर तरफ लॉक डाउन है , सोशल डिस्टेंसिंग , जागरूकता , स्वच्छता जैसे विषयो पर लोग खुलकर चर्चा-परिचर्चा करने लगे है। देश व् प्रदेश की सरकार पूरे मनोयोग से कोरोना के संभावित खतरे से कम से कम जनहानि के प्रयास में जुटी है।
सरकारी और गैरसरकारी प्रयासों के बीच एक सकारात्मक पहल जनपद के छोटे से गांव हाजीपुर पतौना से शुरू हुयी है। इस पहल में ग्रामीण शिक्षित बेरोजगार युवाओ ने कोरोना महामारी को हारने के लिए अपने तरीके की जंग छेड़ दी है।
गांव के युवाओ ने अपने गांव की जनता को जागरूकता, स्वच्छता का पाठ पढ़ना शुरू कर दिया है। इसके लिए युवाओ ने टीम लीडर वेद पाण्डेय को चुना है। जो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घर घर जाकर जनता को जागरूक कर रहे है।
शिक्षित बेरोजगार युवा वेद पांडेय ने बताया कि काफी प्रयास के बाद भी सरकारी सेवा में नहीं आ सके। गांव के ही रहकर बेरोजगारी का दंश झेल रहे है। Covid 19 वाइरस की महामारी ने हमारे देश को अपनी गिरफ्त में लेने की भरसक कोसिस में लगी है। ऐसे में हमारे डाक्टर, हेल्थ कर्मी, पुलिस कर्मी रात दिन कर जंग लड़ रहे है तो हम भी युवा कोरोना वाइरस के खिलाफ अपने तरीके से जंग लग सकते है। यही विचार कर गांव के 5 युवाओ की टीम बनाई और खुद के गांव में ही स्वच्छता, जागरूकता, सोशल डिस्टेंस, मास्क लगाए जाने की आवश्यकता, व् हाथ धोने की जरुरत के विषय में घर घर में खड़े को कर जानकारी देनी शुरू की है। जिन परिवार के पास मास्क व् हैण्ड वास नहीं था , उन्हें अपनी खुद की पॉकेटमनी से उपलब्ध कराया है। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना से जारी जंग में उनका प्रयास बेहद छोटा और कम है लेकिन अपनी योग्यता और क्षमता के अनुसार वह इसे जारी रखेंगे।
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