कुलपहाड़, महोबा। रविवार की शाम नगर में एक बड़ा हादसा उस समय टल गया जब एक अधेड़ मजदूर ने बगराजन सरोवर में डूब रही तीन बालिकाओं को जान पर खेल कर बचा लिया।
राठ – महोबा पर गोविंदनगर के पार्श्व में पहाड़ी पर स्थित प्राचीन बगराजन माता मंदिर प्रांगण से सटा हुआ सरोवर है।लगभग दस फिट गहरा यह सरोवर पानी से लबालब भरा हुआ है। रविवार की शाम को गोविंदनगर के रामसनेही की दो बेटियां करिश्मा व माधुरी अपनी सहेली राधिका पुत्री सुरेन्द्र के साथ बगराजन जा पहुंची थीं।
खेल खेल में तीनों बालिकाओं सरोवर में उतर गईं। जब तीनों लड़कियों पानी में डूबने लगीं तभी करिश्मा की बचाओ बचाओ की पुकार सुनकर मंदिर प्रांगण में बैठा गोविंदनगर निवासी रामप्रकाश कोरी आनन फानन में सरोवर में कूद गया।
अधेड़ रामप्रकाश ने अपनी जान की परवाह न करते हुए तीनों बालिकाओं को न केवल सरोवर में डूबने से बचाया बल्कि उन्हें सुरक्षित रूप से बाहर निकाला। मंदिर प्रांगण में मौजूद लोगों ने रामप्रकाश के साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि रामप्रकाश की सजगता से एक बड़ा हादसा टल गया।
गौरतलब है कि बगराजन सरोवर का हाल ही में सुंदरीकरण , सीढ़ी व घाट निर्माण के साथ सरोवर को गहरा किया गया है। लेकिन सरोवर में सुरक्षा की दृष्टि से रेलिंग या फेंसिंग न होने के कारण कभी भी दुर्घटना घट सकती है।
रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल