रायबरेली। रायबरेली में अवैध कबाड़ का अवैध गोरखधंधा दिनों दिन फल-फूल रहा है। हर महीने करोड़ों का कारोबार कबाड़ के अवैध ठिकानों से हो रहा है।
जिला मुख्यालय समेत कस्बाई क्षेत्रों में अवैध कबाड़ का गोरखधंधा चरम पर है!जिला मुख्यालय सहित कस्बाई क्षेत्रों में लालगंज,सरेनी,डलमऊ के अलावा कई छोटे कस्बों में भी कबाड़ का कारोबार बेरोकटोक चल रहा है!
थाना से लेकर निगरानी से जुड़े अन्य अमले के साथ कबाड़ियों की जबरदस्त सेटिंग होने के कारण उनके प्रति किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होती है!थाने से लेकर सारी जगह उनका जुगाड़ पानी से ही काम चल जाता है!इन दिनों कबाड़ का अवैध कारोबार पूरे जिले में जोरों पर है!
जानकारों की मानें तो जगह-जगह कबाड़ी सक्रिय हैं,जिन्हें प्रशासन का कोई खौफ नहीं है!यही कारण है कि ये कबाड़ी चैबीसों घंटे शासन-प्रशासन और जनता को चूना लगा रहे हैं!
इस बात से जनता काफी परेशान है,क्योंकि सार्वजनिक जगहों से जरूरत की चीजों को क्षति तो पहुंचाई ही जाती है साथ ही लोगों की निजी संपत्तियों की भी चोरी हो जाती है जो चोरों द्वारा कबाडिय़ों को ही बेंचा जा रहा है!
उल्लेखनीय है कि रायबरेली में कबाड़ व्यवसाय पर अंकुश नही लग पा रहा है,जिससे लोगों के नवनिर्मित भवनों,सार्वजनिक स्थलों में लोगों की जरूरत की चीजों पर हाथ साफ करने में इन दिनों चोर और कबाड़ी दोनों सक्रिय हैं!जिसके कारण चोर लोहे,तांबे और प्लस्टिक के सामानों को चुराकर कबाडिय़ों को बेंच देते हैं!
सूत्रों की मानें तो इस समय जिले में कबाड़ी अपने अवैध कारोबार को खूब फैला रखें हैं,उनके इस कार्य में अंकुश न लगने पर ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस प्रशासन की अंदरूनी सहमति मिली हुई है!
यही कारण है कि पुलिस के नाक के नीचे कबाड़ी धड़ल्ले से काम को अंजाम देतेे हैं!ज्यादातर कबाड़ी शहरी एवं कस्बाई क्षेत्रों के आसपास सक्रिय हैं!इनके खेल को रात के समय क्षेत्रों में देखा जा सकता है।
जहां चोरी के कीमती सामानों को लाकर कबाड़ियों को सौंपा जाता है!वहीं पुलिस द्वारा इनके खिलाफ कोई बड़ी कार्यवाही नहीं की जा रही जिससे सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि इन्हे मूक सहमति मिली हुई है!
एक तरफ प्रदेश शासन और जिला प्रशासन द्वारा अवैध कारोबार को रोकने के लिए आये दिन सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं,तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन के धरातल पर कार्य करने वाले जिम्मेदार लोग/ पुलिसकर्मी इस अवैध कारोबार में बढ़ोत्तरी कर अपनी अहम हिस्सेदारी निभा रहे हैं!
लालगंज में पुलिस प्रशासन के संरक्षण में अवैध कबाड़ का कारोबार जमकर फल-फूल रहा है!कबाड़ से जुगाड़ कर जिम्मेदार अपनी जेबें गर्म करते हैं तो वहीं बेगारी कार्यों में मुफ्त की सेवा भी मिलती है!
सूत्रों की मानें तो लालगंज में भी बिना लाइसेंस के कई दर्जन कबाड़ी व्यवसायी कबाड़ का कारोबार कर रहे हैं और चोरी के माल की खरीदफरोख्त कर रहे हैं!अब देखना अहम होगा कि खबर प्रकाशित होने के बाद जिम्मेदार इस ओर ध्यान देते हैं या फिर इसके एवज में मोटी रकम लेकर अपना आशिर्वाद बनाए रखते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएगा! कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति कर छापेमारी की जाती है।
- संदीप कुमार फिजा