मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु की कृपा से ही आते कथावाचक झिलमिल जी महराज

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रिपोर्ट- संदीप कुमार

लालगंज,रायबरेली। नगर के करूणा बाजार चौराहे के निकट चल रही रामकथा के पांचवे दिन कथा ब्यास पं.झिलमिल जी महाराज ने भगवान कृष्ण के जन्म एवं बाललीलाओ का वर्णन किया।उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु की कृपा से ही आते हैं।जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ जेल के ताले टूट गए, पहरेदार सो गए,वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए। प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नही है।कृपा ने होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं।भगवान कृष्ण का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी जमुना पार कर उन्हे गोकुल पहुंचा दिया और वहां से यशोदा के घर पैदा हुई शक्तिरूपा बेटी को लेकर चले आए। पं.झिलमिल जी महाराज ने कहा कि भगवान मनुष्य योनि में जन्म लेकर दुख में भी सुखी जीवन जीने की सीख देते हैं।भगवान श्रीराम अयोध्या नरेश दशरथ के घर जन्म लेने के बाद भी 14 वर्ष तक जंगलो में भटके।उन्होंने कहा कि भगवत स्मरण ही धर्म, अर्थ,काम, मोक्ष प्राप्ति का सरलतम मार्ग है।कथा के दौरान भगवान कृष्ण की बाल लीलाओ को दर्शाती झांकी देखकर तथा नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैयालाल की गीत पर भक्त जमकर झूमे। इस मौके पर सत्यम मिश्र, विकासमणि त्रिपाठी, सुभाष सिंह,धर्मेंद्र सिंह लाला, नीरज गुप्ता, धीरेंद्र सिंह, केसी गुप्त,अंजुल शुक्ल,चंद्र प्रकाश पांडेय आदि मौजूद रहे।

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