इचौली(हमीरपुर)
मौदहा विकासखंड के ग्राम इचौली में चल रहे 26वें शतचंडी महायज्ञ में रामलीला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। सोमवार को दिन में राम-भरत मिलाप, पंचवटी निवास, सूपर्णखा का नाक काटने साथ खरदूषण व त्रिसरा के वध का मंचन कलाकारों ने किया। राम-भरत मिलाप देख भावुक हो उठे। रामलीला देखने के लिए दर्शकों की भीड़ उमड़ रही है।
मंचन के दौरान भरत लाल ननिहाल में स्वप्न देखकर तत्काल अयोध्या चले आए। अयोध्या पहुंचकर उन्हें बड़े भाई राम, सीता व लक्ष्मण के वनवास व पिता दशरथ की मौत की सूचना मिलती है। इस पर वे अपनी मां कैकेयी से नाराजगी जताते हैं। इसके बाद वह राम से मिलने के लिए चित्रकूट के लिए निकल पड़ते हैं। जब लक्ष्मण दूर से सेना के साथ भरत को आते हुए देखते हैं तो वे क्रोध से भर जाते हैं। कहते हैं कि भरत को राज मोह हो गया है। हमसे युद्ध करने आए हैं। व्यास कमलेश शुक्ल – भरत¨ह होहि न राजमद, विधि हरि हर पद पाय की चौपाई को पढ़ते हैं। इसी उदाहरण के साथ लक्ष्मण को समझाते हैं। चित्रकूट में राम-भरत मिलाप का मंचन देखकर दर्शक भावुक हो उठते हैं। कलाकार दानेंद्र शर्मा की भरत की भूमिका को दर्शकों ने खूब सराहा गया
यज्ञ में पण्डित गंगासागर शुक्ल,रामविशाल गुप्ता लेखपाल,मनोज तिवारी,हर्षराज सिंह,चून्नू सिंह,श्यामबाबू गुप्ता,
फोटो-इचौली में रामलीला मंचन करते कलाकार व दर्शक