प्रतापगढ़। मान्धाता ब्लॉक में चरम पर पहुंचा भ्रष्टाचार,सगे संबंधी की फर्म बनाकर,हड़प लिया जा रहा जनता का पैसा
ब्लॉक मांधाता में अधिकांश फर्में प्रधान सचिव व ब्लॉक के कर्मचारियों के रिश्तेदारों के नाम से है दर्ज जिस पर हो रहा है बड़ा खेल
ब्लॉक मांधाता बुआपुर रोजगार सेवक के पद पर कार्यरत लाल बहादुर पाल अपने सगे संबंधी के नाम से गुरु कृपा इंटरप्राइजेज फर्म बनाकर पूरे ब्लॉक में कर रखा है कब्जा इस फर्म पर होता है लाखों करोड़ों रुपए का भुगतान जबकि इसका धरातल पर नहीं है कोई दुकान
ब्लॉक में रोजगार सेवक बुआपुर लाल बहादुर पाल की हनक ऐसी है कि ब्लॉक मांधाता ही नहीं बल्कि अन्य ब्लाकों में भी अधिकांश भुगतान होता है गुरु कृपा इंटरप्राइजेज पर रोजगार सेवक ब्लॉक के अधिकारियों से सांठगांठ कर जमकर कर रहा है पैसों का बंदरबांट और सरकारी खजाने में लगा रहा है पलीता
मांधाता ब्लॉक का अगर कराया जाए सत्यापन तो कई फर्मे मिलेंगी फर्जी जिसका धरातल पर नहीं है कोई नामोनिशा लेकिन फिर भी लाखो करोड़ों रुपए का होता है इस फर्म पर भुगतान
ब्लॉक मांधाता के अधिकारियों ने पाल रखे हैं भ्रष्टाचार में बढ़ावा देने वाले दलाल ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों और दलालों पर आखिर मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया का कब चलेगा चाबुक
भ्रष्टाचार में लिप्त दलालों ने ब्लॉक बीडीओ,एडीओ, व सचिवों से बना रखी है अपनी सांठगांठ जिसके चलते दलाल और ब्लॉक के अधिकारी व कर्मचारी सभी मिलकर जमकर खा रहे हैं मलाई क्षेत्र की जनता है त्रस्त
अधिकारियों के आदेश हुए हवा हवाई अभी कुछ महीने पहले ही आदेश जारी कर बताया गया था ब्लाक के कर्मचारी, सचिव व प्रधान के रिश्तेदारों के नाम नहीं होनी चाहिए फर्म लेकिन विकासखंड मांधाता के सचिव, प्रधान व अन्य कर्मचारी अपने ही रिश्तेदारों के फर्म पर भुगतान कर अधिकारियों के आदेशों की उड़ा रहे है धज्जियां
विकासखंड मांधाता भ्रष्टाचार जोरों पर है जहां प्रधान सचिव रोजगार सेवक ब्लॉक के अन्य कर्मचारी सभी ने अपने रिश्तेदारों के नाम से फर्म बनवा कर सरकारी खजाने में पलीता लगा रहे हैं ऐसी फार्म पर लाखों करोड़ों रुपए का भुगतान हो रहा है जो धरातल पर है ही नहीं जिसमें से गुरु कृपा इंटरप्राइजेज एकता इंटरप्राइजेज बी डी इंटरप्राइजेज आदि फर्मे शामिल है सामग्री भुगतान के नाम पर ब्लॉक के अधिकारियों की मिलीभगत से इस फर्म पर भुगतान कर जमकर कमीशन बाजी कर पैसों का बंदरबांट हो रहा है ब्लॉक में इन दिनों कमीशन खोरी जोरों पर है योगी के जीरो टॉलरेंस नीतियों पर पलीता लगा रहे है ब्लॉक के अधिकारी व कर्मचारी
सामग्री के भुगतान के नाम पर हो रहा बड़ा खेल
ग्राम पंचायतों में इंटरलाकिंग, खड़ंजा, सीमेंटेड बेंच आदि के नाम पर हर वर्ष कई करोड़ रुपये का भुगतान होता है यह भुगतान सामग्री उपलब्ध कराने वाली फर्म पर होता है सामग्री के भुगतान के नाम पर खेल हो रहा है एक ओर जहां फर्म संचालक ग्राम प्रधान, सचिव व अन्य अपने भाई, रिश्तेदार व परिवार के लोगों के नाम फर्म रजिस्टर्ड करके उसमें भुगतान कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई ऐसे संचालक हैं जो बिना जीएसटी जमा किए धनराशि को निकाल ले रहे हैं
आपको बता दें मनमानी करने वाले ग्राम प्रधानों और सचिवों पर अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास विभाग का चाबुक चला था भुगतान के नाम पर फर्जीवाड़ा करने को संज्ञान में लेते हुए नया प्रयोग किया है इससे काफी हद तक घपला रुकेगा इसके लिए प्रतापगढ़ के डीएम और सीडीओ को आवश्यक दिशा निर्देश गया है फर्म पर ही इंटरकिंग, ईंट, खड़ंजा, सीमेंटेड बेंच आदि सामग्री का ग्राम पंचायतवार भुगतान फर्म पर होता है कई प्रधान तो ऐसे हैं जो अपने मित्र, रिश्तेदार व परिवार के लोगों का फर्म बनाकर उसी पर भुगतान करते थे अब ऐसे फर्म पर भुगतान करने पर संबंधित कार्रवाई की जद में आएंगे ऐसे लोगों का फर्म रजिस्टर्ड न करने को कहा गया है लेकिन विकासखंड मांधाता के अधिकारी व कर्मचारी इन आदेशों को नहीं मानते और ऐसे फार्म पर जमकर सामग्री भुगतान कर रहे है।
रिपोर्ट- अवनीश कुमार मिश्रा