यूपी की कानून व्यवस्था पर नियंत्रण योगी के बस की बात नहीं – ओपी यादव

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रिपोर्ट – दीपक ‘राही’

  • 4 वर्षो में 3 हजार से अधिक मुठभेड़ में 300 से अधिक निर्दोष मारे गए
  • दो दर्जन से अधिक पुलिस जवानों की हत्या और दर्जनों घायल
  • ब्यूरोक्रेसी बेलगाम होकर रिश्वतखोरी व अश्लीलता में संलिप्त
  • आगरा में मृतक दरोगा प्रशांत यादव के परिजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता दे सरकार

रायबरेली – सेन्ट्रल बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता एडवोकेट ओपी यादव ने प्रदेश की बेपटरी हो चुकी कानून व्यवस्था पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यूपी की कानून व्यवस्था पर नियंत्रण कर पाना मुख्यमन्त्री योगी के बस की बात नहीं है । योगी की ठोको नीति के कारण कानून व्यवस्था चरमरा गयी है और जंगलराज कायम है । बीते 4 वर्षो में 3 हजार से अधिक फर्जी मुठभेड़ थानों में पंजीकृत की गयी । इसमें 300 से अधिक निर्दोष लोग इनकाउन्टर के नाम पर मारे गये । जबकि 2 दर्जन से अधिक पुलिस के जवानों की हत्या हुई । जिसमें आरक्षी, प्रधान आरक्षी, उप निरीक्षक, निरीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी शामिल है । दर्जनों जवान घायल हो चुके हैं । हत्या, अपहरण, लूट, बलात्कार, चोरी, छिनैती, राहजनी, एसिड अटैक, बैंक डकैती की घटनाओं की बाढ़ सी आ गयी है। सूबे की ब्यूरोक्रेसी बेलगाम हो चुकी है । किसी भी कार्यालय के किसी भी पटल पर बिना रिश्वत खोरी के काम नहीं हो पा रहा है । परीक्षाओं में धांधली हो रही जिसके परिणामस्वरूप ग्राम विकास अधिकारी पद के लिए हुई परीक्षा रद्द कर दी गयी है । आईएएस एनपी पान्डे महिला से अभद्रता करने में लम्बित किये गये हैं । जिससे स्पष्ट है कि यूपी के अधिकारियों को पश्चिमी बंगाल में पर्यवेक्षक की नियुक्ति कर वहाँ के चुनाव को प्रभावित किया जा रहा है । आगरा में गुन्डों द्वारा दरोगा प्रशांत यादव की हत्या ने बिगड़ती कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है । यह घटना योगी की ठोको नीति का परिणाम है । शहीद दरोगा के परिजनों को एक करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है । पूर्व शासकीय अधिवक्ता रहे श्री यादव ने कहा कि शहीद पुलिस जवानों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने में भी बीजेपी की योगी सरकार भेदभाव कर रही है ।

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