यूपी के चित्रकूट जिले में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद यूपी प्रशासन ने सील किया यूपी-एमपी बॉर्डर

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छलक उठा मजदूरों का दर्द, प्रशासनिक व्यवस्था साबित हुई हवा हवाई

चित्रकूट। लाॅक डाउन के दौरान देश एवं प्रदेश स्तर पर प्रवासी मजदूरों को लेकर की जा रही व्यवस्थाओं के दावे जहां प्रतिदिन किए जा रहे हैं।लेकिन यथार्थ के धरातल पर कोई ठोस स्थाई व्यवस्था दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में प्रवासी मजदूर ट्रकों के साथ ही बस एवं पैदल चलकर मध्य प्रदेश के साथ ही देश के अन्य राज्यों जैसे महाराष्ट्र, गुजरात हरियाणा, पंजाब आदि से चलकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रवेश करने के लिए चित्रकूट एमपी यूपी बॉर्डर पहुंच रहे हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि सतना जिला प्रशासन इस प्रतिदिन बढ़ती जा रही परेशानी से अभी भी बेपरवाह है और शायद किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा है। ऐसा इसलिए मानने में कोई गुरेज नहीं है क्योंकि बीते दो – तीन दिनों के अंदर यू पी के चित्रकूट जिले में लगातार कोरोंना संक्रमित मरीज मिलने के कारण यू पी एम् पी बॉर्डर को आज से बिल्कुल सील कर दिया। यहां तक कि चित्रकूट के हनुमान धारा से होकर यू पी जाने वाले मार्ग में देवांगना घाटी के पास सड़क पर लगभग छः फिट ऊंची मिट्टी डालकर उसे बंद कर दिया। आज जब यू पी जाने वाले प्रवासी मजदूर इस जगह पर पहुंचें। लेकिन मार्ग को बंद देखकर मजदूरों का दर्द छलक उठा। महाराष्ट्र से आने वाले उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के रहने वाले एक दल ने अपने साथ 8 से 10 छोटे बच्चौं के लिए दूध ना मिल पाने की समस्या बताई। तो वहीं मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से चलकर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जाने वाले मजदूरों के एक दल से एक व्यक्ति ने अपने पिता का 4 दिन पहले स्वर्गवास होना बताया। लेकिन पड़ोसी जिला चित्रकूट उत्तर प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने से चित्रकूट जिला विशेष सतर्कता बरत रहा है । इसी के चलते आज चित्रकूट यूपी प्रशासन द्वारा देवांगना घाटी हनुमान धारा रोड यूपी एमपी बॉर्डर में उत्तर प्रदेश की तरफ से रोड में छ: फीट ऊंची मिट्टी की दीवाल बनाकर रास्ता रोक दिया गया। जिसके कारण जहां अपने घरों को जाने वाले भी परेशान नजर आ रहे हैं तो वहीं जरूरी सामानों को लेकर जा रहे सैकड़ों ट्रक रजौला बायपास मार्ग चित्रकूट एम पी में फस कर रह गए हैं। बस इन दो पाटो के बीच में फंस कर चित्रकूट एम पी के निवासी बेहद हैरान और परेशान हैं कि कहीं कोरोंना के जिस संक्रमण से वो लोग अबतक बचे हुए थे,वो महामारी कहीं उन्हें भी अपनी चपेट में न ले ले।

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