कौशाम्बी | जिला अस्पताल में रिश्वत खोरी से सारे रिकार्ड तोड़ दिए है | ताज़ा मामला एक वाइरल वीडिओ से जुड़ा है, जिसमे एसएनसीयू वार्ड में एक महिला स्टाफ बच्चे को भर्ती करने के नाम पर खुले आम रिश्वत की मांग कर रही है | कई दिनों से सोशल मीडिया में सुर्खिया पा रहे इस वाइरल वीडिओ पर कार्यवाही के बाबत जिला अस्पताल का प्रशासन सिर्फ जाँच की बात ही कह रहा है |
मिली जानकारी के अनुसार जनपद का जिला अस्पताल अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा से सुसज्जित है | यहाँ पर जिले के ही नहीं आसपास के जनपद चित्रकूट और फतेहपुर के मरीज इलाज के लिए आते है | सबसे ख़ास बात यह है कि जिला अधिकारी कौशाम्बी मनीष कुमार वर्मा अपनी पत्नी अंकिता राज का संस्थागत प्रसव जिला अस्पताल में कराकर सत्ता के गलियारों में सुर्खिया पा चुके है |
ऐसे में गांव कसबे से आने वाले आम-ओ-खास इलाज के बाबत काफी कुछ अपेक्षा रखकर आते है, लेकिन अस्पताल में भर्ती होने के दौरान ही उनका यह सपना एक गुब्बारे में भरी हवा की तरह गायब हो जाता है | इस बात का खुलासा करता एक वीडिओ पिछले कई दिनों ने सोशल मीडिया में खूब सुर्खिया पा रहा है | जिसमे जिला अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में एक महिला स्टाफ खुलेआम मरीज को भर्ती किये जाने और बेहतर इलाज के नाम पर रुपये की मांग कर रही है | बेखोफ होकर रुपये वसूली करने की यह घटना कितनी पुरानी है यह तो स्पस्ट नहीं है, लेकिन अस्पताल में बनाये गए इस वीडिओ में साफ़ तौर पर सौदे बाजी की बात सामने आ रही है |
वाइरल वीडिओ के बाबत जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक दीपक सेठ का कहना है कि अस्पताल में किसी तरह की कोई फीस मरीज से इलाज के नाम पर नहीं ली जाती | उनकी जानकारी में यह प्रकरण है, जिसकी जाँच कराई जा रही है |
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