विश्व नर्सिंग दिवस पर फ्लोरेंस नाइटिंगिल को किया गया याद

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राकेश कुमार अग्रवाल

कुलपहाड (महोबा)। अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस और फ्लोरेंस नाइटिंगेल की 200 वीं जयंती के अवसर पर, केंद्रीय अस्पताल प्रयागराज में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नोबल कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे आगे रहकर लड़ाई में योगदान कर रहे नर्सिंग स्टाफ का मनोबल बढ़ाया गया। उत्तर मध्य रेलवे में कुल 124 नर्सिंग स्टाफ हैं, जो केंद्रीय अस्पताल प्रयागराज सहित तीन मंडलों के अन्य रेलवे अस्पतालों में कार्यरत हैं।

नोवेल कोरोना वायरस पर सीमित ज्ञान और इतनी वृहत परिमाण में प्रसारित हो रही कोविड -19 महामारी के विरुद्ध लड़ाई के लिए सीखने और तैयार होने की एक कठिन चुनौती नर्सिंग स्टाफ और उत्तर मध्य रेलवे की संपूर्ण चिकित्सा बिरादरी के समक्ष थी ताकि वो उत्तर मध्य रेलवे के लगभग 60000 कर्मचारियों और उनके परिवार के लिए नियमित चिकित्सा को बनाए रखा जा सके और साथ ही साथ इस महामारी से भी लड़ा जा सके। ऐसी स्थिति में उत्तर मध्य रेलवे के चिकित्सा विभाग ने स्थिति के संबंध में त्वरित कार्यवाई करते हुए डॉक्टरों, नर्सिंग और अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए 100 औपचारिक और अनौपचारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के अलावा कोविड -19 से लड़ने के लिए संसाधनों को बढ़ाने के काम किए। निरंतर प्रयासों द्वारा, उत्तर मध्य रेलवे ने प्रयागराज और झांसी में अपने दो अस्पतालों को पहले से ही 100 बिस्तर वाले कोविड अस्पतालों के रूप में तैयार कर लिया है, जिनको जरूरत पड़ने पर राज्य सरकार के संसाधनों अतिरिक्त व्यवस्था के रूप में प्रयोग किया जा सके। साथ ही तीनों मंडलों में 651 बिस्तरों की क्वारंटाइन हेतु व्यवस्था के अलावा और 130 कोचों को आइसोलेशन डिब्बों में परिवर्तित किया गया है।

अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग दिवस की इस वर्ष की थीम “नर्सिंग द वर्ल्ड टू हेल्थ” के अनुरूप उत्तर मध्य रेलवे का नर्सिंग स्टाफ उच्च गुणवत्ता और सम्मानजनक उपचार और देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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