राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड (महोबा)। उत्तर मध्य रेलवे द्वारा 16 पासिंग और तीन टर्मिनेटिंग श्रमिक विशेष ट्रेनों से लगभग 3600 फंसे हुए लोगों को आगरा और कानपुर लाया गया।
रेलवे द्वारा केवल राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत और लाए जा रहे यात्रियों को ही यात्रा की सुविधा प्रदान की जा रही है। किसी अन्य यात्री या व्यक्ति के समूह को स्टेशन पर आने की अनुमति नहीं है। किसी भी स्टेशन पर कोई टिकट नहीं बेचा जा रहा है। राज्य सरकारों द्वारा मांग की गई ट्रेनो के अतिरिक्त रेल द्वारा कोई अन्य ट्रेन नहीं चलाई जा रही है। उत्तर मध्य रेलवे में अब तक 16 पासिंग और 03 टर्मिनेटिंग श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों का परिचालन किया गया है। आगरा और कानपुर में 03 टर्मिनेटिंग श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लगभग 3600 यात्रियों का परिवहन किया गया और सभी यात्रियों को संबंधित स्टेशनों पर सामाजिक दूरी, थर्मल स्कैनिंग और अन्य निर्धारित मानदंडों का पालन करते हुए ट्रेन से उतार कर संबंधित राज्य सरकार के अधिकारियों को सौंपा गया। साबरमती – कानपुर , साबरमती –आगरा कैंट 1196 , पालनपुर – आगरा कैंट 1229(लगभग)
इस बीच श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के सुरक्षित, समयनिष्ठ, निर्बाध और सुचारु संचालन हेतु रेलवे बोर्ड ने जोनल रेलवे के लिए विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं कोविड -19 संक्रमण से रेल कर्मियों के बचाव हेतु प्रोटोकॉल जिसमें आवश्यक पीपीई के उपयोग, कोविड -19 के संबंध में कर्मचारियों की काउंसलिंग, बैकअप टीम का गठन, लोगों से सम्मानजनक रूप से व्यवहार करने और इन ट्रेनों के माध्यम से फंसे हुए व्यक्तियों को निकालने के संबंध में विस्तार से बताया गया है।