श्री राम मंदिर निर्माण में दान के लिए मिले ₹22 करोड़ के चेक हुए बाउंस

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मनोज तिवारी ब्यूरो रिपोर्ट अयोध्या
अयोध्या श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से चलाए गये निधि समर्पण अभियान में अब तक कुल 5457.94 करोड़ की धनराशि एकत्र हो चुकी है। हालांकि यह संख्या अभी अंतिम नहीं है क्योंकि जिलावार आडिट का काम अभी पूरा नहीं हो सका है। फिलहाल अखिल भारतीय स्तर से निधि समर्पण अभियान की मानीटरिंग कर रही टीम की गणना में एक टेन्टिव रिपोर्ट सामने आई है। इसके अनुसार श्रीराम मंदिर के लिए दान करने वालों में लगभग 22 करोड़ के कई चेक ऐसे हैं जो बाउंस हो गये हैं। इन्हें अलग करते हुए एक दूसरी रिपोर्ट बनाई जा रही है। रिपोर्ट के जरिए चेक बाउंस होने के कारणों का पता लगेगा। तकनीकी कारणों से बाउंस होने वाले चेक को बैंक के साथ बैठक करके दोबारा रिप्रेजेंट किया जाएगा। इस रिपोर्ट के मुताबिक कूपनों व रसीद के जरिए 2253.97 करोड़ की निधि एकत्र हुई। इसी तरह से डिजिटल माध्यमों से 2753.97 करोड़ व एसबीआई-पीएनबी व बीओबी के बचत खातों में करीब 450 करोड़ की धनराशि एकत्र हुई है। ट्रस्ट की ओर से निधि समर्पणके दस, सौ व एक हजार के कूपन छपवाए गये थे। इसके अलावा इससे अधिक की धनराशि के लिए रसीदों का प्रयोग किया गया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट में बताया गया कि दस रुपये के कूपन से 30.99 करोड़, सौ रुपये के कूपन से 372.48 करोड़ व एक हजार के कूपन से 225.46 करोड़ व रसीदों के जरिए 1625.04 करोड़ की निधि एकत्र हुई। इस प्रकार कुल राशि 2253.97 करोड़ हुई।
[6/21, 17:37] अजय कुमार मांझी: दानदाताओं के भाव में कमी नहीं, लेकिन कुछ गल्तियां कर देते हैं – गोविंद देव गिरी
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज ने कहा कि भक्त अपनी श्रद्धा के अनुसार चेक के जरिए दान भेज रहे हैं, लेकिन कुछ गल्तियां कर जाते हैं, जिससे चेक बाउंस हो जा रहा है। मेरा मानना है कि कोई जानबूझकर ऐसा नहीं करता है। यह गलती हो जाना स्वाभाविक है।गोविंद देव गिरी महाराज हाल ही में ट्रस्ट की ऑडिट रिपोर्ट में 15 हजार दानदाताओं के चेक बाउंस होने के मामले में मंदिर निर्माण समिति की बैठक के बाद पत्रकारों को जवाब दे रहे थे। उन्होंने बताया कि चेक भेजने वालों का भाव गलत नहीं है। आज कल लोग चेक भरते समय कई गल्तियां कर बैठते हैं। कभी-कभी देखा जाता है कि चेक भेज देते हैं लेकिन साइन करना भूल जाते हैं। डेट डालना भूल जाते हैं।
डबल साइन कर देते हैं ओवर राइटिंग हो जाती है, जिस कारण चेक बाउंस हो जाता है। सर्किट हाउस में उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण समिति की बैठक की अध्यक्षता समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र की अध्यक्षता में हुई। कहा, मंदिर निर्माण तेज गति से चल रहा है। समय के अनुसार निर्माण कार्य चल रहा है और समय के मुताबिक ही भगवान रामलला को गर्भगृह में विराजमान कर दिया जाएगा। बैठक के दौरान मंदिर निर्माण की प्रगति, खर्च व टाइम के संबंध में चर्चा हुई। कोषाध्यक्ष ने बताया बैठक में जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे, ताकि मंदिर का विकास शहर के ही अनुरूप हो और कोई चीज रिपीट न हो। जैसे हम भी मंदिर परिसर में म्यूजियम बनाएंगेप्रशासनिक अधिकारी भी तो जानें मंदिर में म्यूजियम की योजना है और इसे शहर में रिपीट न किया जाए। बैठक के दौरान ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्र, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, मंडलायुक्त नवदीप रिनवा, जिलाधिकारी नितीश कुमार, नगर आयुक्त विशाल सिंह, टाटा कंसल्टेंसी व एलएनटी के इंजीनियर भी मौजूद रहे। !

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