संघर्ष का अखाड़ा बना बेला टेकई, 2 गुट भिड़े, कई घायल

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ग्रामीणों का आरोप पुलिस ने उल्टा उन्हें ही पीटा

रिपोर्ट – दुर्गेश सिंह चौहान

भदोखर / रायबरेली – अखाड़ा कूदने और रुपये के लिए आपसी विवाद दो गुटों का संघर्ष बन गया। एक गुट ने दूसरे पर हमला बोला तो कई घायल हो गए। ग्राम बेला टिकई थाना क्षेत्र भदोखर में रविवार को अचानक माहौल गर्म हो गया। रायबरेली पुलिस को चार थानों की फोर्स बुलानी पड़ी तब जाकर मामला नियंत्रण में आ सका। एडिशनल एसपी नित्यानंद राय ने पत्रकारों को बताया है कि अखाड़ा कूदने को लेकर दो वर्गों में विवाद हो गया और रुपए को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए जिसमें कई लोग घायल हो गए हैं। फायरिंग के आरोप पर उन्होंने कहा इस विषय पर अभी जांच की जा रही है लोग चोटिल हुए हैं उनको इलाज के लिए रायबरेली भेज दिया गया है। हालांकि मौके पर एडिशनल एसपी नित्यानंद राय ही मौके पर पहुंचे और उन्होंने ही जानकारी दी है।

एक गुट का आरोप हम ही पीड़ित हमको ही पुलिस ने पीटा

पीड़ित गुट का कहना है कि हमारे ही लोग चोटिल हो गए हैं और पुलिस ने कार्यवाही करते ही उनको ही उल्टा पीटा है। मामला बढ़ते ही ग्रामीण सड़कों पर इकट्ठा हो गए अपने घरों से बाहर आ गए और वह कार्यवाही को लेकर प्रदर्शन करने लगे। मौके की नजाकत को समझते हुए एडिशनल एसपी नित्यानंद राय ने चार थानों की फोर्स मौके पर बुला ली जिसके बाद समझा-बुझाकर क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम की गई। हालांकि पुलिस ने सिरे से आरोप खारिज कर दिए है।

बीते दिनों गदागंज में ग्रामीणों ने युवक को बांधकर घसीटा था

15 दिन भी नहीं बीते जनपद में दूसरी घटना हो गई वैसे तो जनपद में लगातार घटनाएं आम हो गई हैं। रोज कोई न कोई अप्रत्याशित घटना घट रही है। अगर बात पुलिस व्यवस्था की की जाए तो पूरी तरह से बेपटरी हो गई है जनपद के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। बेला टिकई घटना में न तो पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगई का बयान आया है और ना ही उन्होंने मौके पर जाकर घटना की जानकारी मीडिया के समक्ष दी है। ऐसे में पुलिस अधीक्षक रायबरेली के कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं रायबरेली में बढ़ते अपराधों का संज्ञान लखनऊ लेता है या नहीं यह आने वाला वक्त ही बताएगा!

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