सीएमएस दफ्तर में आखिर पुलिस और सीएमएस के बीच क्यों हो गई बहस

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रायबरेली- ज़िला अस्पताल चौकी की पुलिस पर सीएमएस दफ्तर में हंगामा किये जाने का गंभीर आरोप लगा है। यह आरोप लगाया है ज़िला अस्पताल की सीएमएस डॉक्टर नीता साहू ने। डॉक्टर नीता साहू का आरोप है कि चौकी इंचार्ज बिना इजाज़त उनके दफ्तर में साथी पुलिस कर्मियों के साथ घुस गए और नियम विरुध्द काम के लिए दबाव डाला। नियम विरुद्ध काम न करने से झल्लाये चौकी इंचार्ज ने दफ्तर के भीतर ही जमकर हंगामा किया है। कुछ देर बाद कोतवाल राघवन सिंह भी मौके पर पहुंच गए। सीएमएस के यह कहे जाने पर कि आपके चौकी इंचार्ज बिना इजाज़त मेरे दफ्तर में घुस गए तो कोतवाल ने कहा कि यह सार्वजनिक स्थान है कोई भी घुस सकता है। इस बात से नाराज़ सीएमएस ने उच्च अधिकारियों से कोतवाल और चौकी इंचार्ज की शिकायत किये जाने की बात कही है। दरअसल महाराजगंज थाने से संबंधित कोई काग़ज़ लेकर पैरोकार आया था।पैरोकार की सिफारिश में चौकी इंचार्ज प्रकाश पांडेय सीधे सीएमएस दफ्तर पहुंच गए। सीएमएस ने उनसे कहा कि इसे संबंधित कार्यालय में जमा करा दें। कानूनी कागज़ होने के कारण डाक पर चढ़कर आएगा तभी इसपर हस्ताक्षर होंगे। सीएमएस का आरोप है कि चौकी इंचार्ज इस बात से नाराज़ होकर नियम विरुद्ध हस्ताक्षर का दबाव बनाने लगे और मना करने पर हंगामा शुरू कर दिया। उधर सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कोतवाल ने भी सीएमएस दफ्तर को सार्वजनिक स्थान बता दिया। फिलहाल इस मामले को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों में खासी नराजगी देखने को मिल रही हैं।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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