स्वास्थ्य विभाग का चौकाने वाला कारनामा, वैक्सीन लगी नहीं और सेकंड डोज़ का मैसेज और सर्टिफिकेट आ गया मोबाइल पर

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रायबरेली-रायबरेली में स्वास्थ्य विभाग की एक बार फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। सय्यद बाबर हैदी को कोरोना वैक्सीन का दूसरा टीका लगा भी नहीं, लेकिन उन्हें इसका सर्टिफिकेट जरूर मिल गया है।परेशान बाबर हैदी ने इसे लेकर रिपोर्ट्स टुडे से संपर्क किया है। बाबर हैदी इस बात से परेशान हैं कि अब वो दूसरा डोज लें तो कैसे।

दूसरा डोज लगा नहीं, टीकाकरण पूरा होने का आ गया सर्टिफिकेट

पेशे से बिज़नेस मैंन बाबर हैदी परेशान हैं। परेशानी की वजह हो भी क्यों न ,स्वास्थ्य विभाग का वो ईनाम देने वाला कारनामा जिसकी वजह से अब वो अपने वैक्सीनेशन का दूसरा डोज नहीं ले पाएंगे।बाबर हैदी ने अब इसे लेकर रिपोर्ट्स टुडे से संपर्क किया। उन्होंने रिपोर्ट्स टुडे से अपना वह सर्टिफिकेट भी साझा किया है, जिसके मुताबिक 13 दिसम्बर 2021 को वो अपना दूसरा डोज ले लिया है।बाबर हैदी की मानें तो ये पूरी तरह से गलत है। उनके मुताबिक सर्टिफिकेट में उनके फर्स्ट डोज लेने की तारीख तो सही दी गई है, लेकिन सेकंड डोज लेने की बात बिल्कुल झूठी है। सर्टिफिकेट के अनुसार उन्होंने अपना पहला डोज 20 सेप्टेम्बर 2021 को लिया था।

बाबर हैदी बताते है कि इससे पहले कि वो अपना वैक्सीनेशन का दूसरा डोज लेने के लिए सोच रहे थे, अभी कि उनके मोबाइल नंबर पर उन्हें उनके दूसरा डोज पूरा होने का मैसेज मिल गया।बाबर हैदी अब ये नहीं समझ पा रहे हैं कि वो वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर किस आधार पर अपना दूसरा डोज लें।

इससे पहले भी सामने आ चुके हैं मामले

ये पहला मामला नहीं जब वैक्सीन लिए बिना ही लोगों को वैक्सीनेशन पूरा होने का मैसेज आया हो। इससे पहले जिले में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।आपको बताते 21 अक्टूबर को देश ने 100 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य पूरा भी कर लिया है। बाबर हैदी के मुताबिक टारगेट पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने इस तरह की लापरवाही की है।

ऊँचाहार सी एच सी में कूड़े की ढेर में मिली वैक्सीन

आपको बताते चले जहाँ देश के प्रधानमंत्री वैक्सीन को लेकर आमजनमानस से वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहे हैं वही बात करी जाए रायबरेली जिले की तो यहाँ अस्पताल के बजाए वैक्सीन कूड़े के ढेर मे मिल रही है वो भी जिनकी एक्सपायरी डेट अभी बाकी हैं कहि ऐसा तो बाबर हैदी जैसे मामले मे केवल कागजो में लग रही हो वैक्सीन और हकीकत ये हैं जो दवाएं सही हैं उन्हे कूड़े के ढेर के हवाले कर दिया जा रहा हैं।

अनुज मौर्य रिपोर्ट

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