अयोध्या। बीकापुर विकासखंड क्षेत्र के उमरनी पिपरी चौराहे पर श्री रामलीलााा समिति द्वारा आयोजित किए जा रहे रामलीला मंचन के सातवें दिन गुरुवार की रात अतिथि प्रधान मुकुल आनंद द्वारा दीप प्रज्वलित करके एवं फीता काटकर रामलीला मंचन का शुभारंभ कराया गया।
सामाजिक समरसता की भावना का राम ने पेश किया आदर्श – मुकुल आनंद
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने सामाजिक समरसता की भावना का अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। परिवार के हर रिश्ते की उपयोगिता कर्तव्य और सम्मान को बताते हुए समाज में आदर्श स्थापित किया है।
भगवान रामचंद्र जी के जीवन चरित्र एवं रामायण के आदर्श पात्रों के जीवन चरित्र से सीख लेने और उन्हें सामाजिक जीवन में आत्मसात करने की जरूरत है। सातवें दिन रामलीला मंचन के दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा सीता की खोज, सुग्रीव मैत्री, बाली वध, लंका दहन आदि लीलाओं का जीवंत मंचन किया गया।
सीता जी की खोज एवं हनुमान सीता मिलन की लीला का प्रसंग देखकर दर्शक भावुक हो गए। बासुदेव वर्मा, हनुमान पवन वर्मा राम, अनिल शर्मा लक्ष्मण, शत्रुघ्न वर्मा बाली एवं प्रदीप वर्मा द्वारा विभीषण के पात्र अभिनय में अपनी छाप छोड़ी गई।
रामलीला मंचन के दौरान प्रबंधक विश्राम वर्मा, अध्यक्ष दिनेश बर्मा, मीडिया प्रभारी राजेंद्र पाठक, विकास पाठक, ओम प्रकाश वर्मा सहित रामलीला समित के लोग और तमाम दर्शक मौजूूद रहे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोतवाली पुलिस भी मंचन के दौरान मौजूद रही।
- मनोज तिवारी