चित्रकूट । वैश्विक महामारी कोरोंना के संकट ने जिस तरह से वर्तमान समय में पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखा है साथ ही देश में भी लगातार इसके मरीज बढ़ते ही जा रहे हैं, जहां अभी तक इसके इलाज का कोई कारगर तरीका खोजा नहीं जा सका है। लेकिन इस सब के बीच हिमांचल प्रदेश से चित्रकूट आए एक संत के द्वारा आयुर्वैदिक काढ़े के नियमित सेवन से कोरोंना के संक्रमण से बचाव का दावा किया जा रहा है।
चित्रकूट के गौरीहार मंदिर में आकर लगभग पंद्रह दिनों से आयुर्वैदिक काढ़े का वितरण कर रहे हिमांचल प्रदेश के संत वेदमनी त्यागी ने दावा किया है कि इस काढ़े का सेवन करने के बाद कोरोंना जैसी भयानक महामारी के संक्रमण से बचाव किया जा सकता है। इनके द्वारा लगभग पंद्रह दिनों से प्रतिदिन सौ से डेढ़ सौ लोगों को काढ़े का सेवन करवाया जा रहा है। विशुद्ध आयुर्वैदिक औषधियों से काढ़े के निर्माण का दावा करने वाले वेदमनी त्यागी ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके सेवन से पाचन तंत्र को मजबूती मिलने के साथ ही फेफड़ों को भी मजबूती मिलती है,साथ ही स्वशन तंत्र मजबूत होता है। तो वही आयुर्वैदिक काढ़े का नियमित सेवन कर रहे गौरिहार मंदिर के महंत रुप नारायण दास के साथ ही स्थानीय निवासियों ने बताया कि काढ़े का सेवन काफी असरदार है। काढ़ा पीने के बाद पाचन तंत्र में सुधार हुआ है, साथ ही शरीर में चुस्ती फुर्ती का एहसास हो रहा है।
Note: There is no scientific proof.