वाराणसी पड़ाव-रामनगर मार्ग पर चौरहट चौराहे के समीप मंगलवार की शाम अचानक 500 के नोटों की बारिश सी होने लगी। वहां मौजूद लोग कुछ सेकेंड तक तो सकते में रहे लेकिन इसके बाद नोटों की लूट मच गयी। बदहवासी के इस आलम में आटो से उतर पर दो उचक्के भागने लगे लेकिन शोर मचाने पर नोट बटोरने वालों ने ही इसे फेंकने वालों को धर-दबोचा। समूचे मामले की पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी। खास यह कि उचक्कों ने एक लाख रुपये उड़ाये थे जिसका दो तिहाई हिस्सा 67 हजार भीड़ लूट कर निकल गयी।
चाबी बनाने में पार किये थे एक लाख
कस्बे के रामपुर वार्ड में दो ठग चाभी बनाने की आवाज लगाते हुए घूम रहे थे। इस दौरान इम्तियाज ने अपनी बाइक की चाभी बनवायी। इस पर दोनो व्यक्तियों ने घर की अन्य आलमारी व बक्सों की भी चाभी बनाने की पेशकस की। इसके बाद मुख्तार की पत्नी नजमा ने घर के आलमारी की दूसरी चाभी बनाने को दिया जिसे दोनो ने बनाने के दौरान टेढ़ा कर दिया साथ ही आलमारी के लॉक से चाभी बनाने की बात कही। कुछ देर बाद दोनो ने शाम होने का बहाना कर अगले दिन चाभी बनाने की बात कही और चले गए। उनके जाने के 10 मिनट बाद शक होने पर नजमा ने पुन: चाभी से आलमारी खोला तो उसमें रखा 1 लाख रुपया गायब मिला। शोर मचाने पर पति व बेटे ने बाइक से उनका पीछा किया।
खुद को फंसता देख उड़ाने लगे नोट
इस बीच दोनो साधु वेशधारी आटो से पड़ाव की ओर भागने लगे। जाम के कारण आॅटो अभी चौरहट के समीप ही पहुँची थी कि पीछे से इम्तियाज व पिता मुख्तार पहुंच गए। खुद को फंसता देख दोनो ने 500 रुपये की नोट का 1 लाख रुपया हवा में उछालना शुरू कर दिया और आटो से उतर कर पैदल भागने लगे। लोगो ने दोनो को पकड़ लिया। इम्तियाज व मुख्तार जब तक सड़क पर गिरे नोट उठाते तब तक स्थानीय लोगो ने 67 हजार रुपये लूट लिए। दोनों को मुगलसराय पुलिस ने अपने कब्जे में लिया और बाद में रामनगर की फोर्स को सौंप दिया। पुलिस फिलहाल इन दोनों उचक्कों से उनके गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी ले रही है।