आखिर डीएम के आने के डर से गोशाला वालों ने क्या कर डाला

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महराजगंज रायबरेली
पूरे जमादार मजरे बावन बुजुर्ग बल्ला स्थित गौशाला क़ी बदहाली एवं खुले में फेंके मृत गौवंशों क़ी वीडियो सोशल मीडिया में प्रचारित होने तथा विभिन्न अख़बारों में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने का असर रहा क़ी रविवार क़ी देर रात ही प्रशासन द्वारा जेसीबी से गड्ढों को खुदवा मृत गौवंशो क़े शवों को दफ़ना दिया गया। वही सोमवार को डीएम द्वारा गौशाला का औचक निरीक्षण करने क़ी सूचना पर कार्यवाही क़े डर से संपूर्ण प्रशासनिक अमला गौशाला को चमकाने एवं चाक चौबंद व्यवस्था करता मौजूद देखा गया। किन्तु डीएम क़े ना आने पर अमले ने राहत क़ी सांस ली।
बताते चले क़ी डीएम वैभव श्रीवास्तव द्वारा पूरे जमादार मजरे बल्ला में जिला पंचायत से निर्मित बदहाल गौशाला क़े निरीक्षण क़ी सूचना पर सोमवार क़ी सुबह ही सरकारी अमला गौशाला पहुंचा। सरकारी अमले क़े पहुंचने का असर रहा क़ी गौशाला का गेट सुबह ही खुल गया और गौचरों को समय से चारा पानी मिल सका। वही सोशल मीडिया पर गौवंशों को नोचते कुत्तो एवं कौवों क़ी फोटो वायरल होने पर रविवार क़ी रात ही प्रशासन द्वारा आनन फानन जेसीबी मंगा मृत शवों को दफ़नाया गया। इस दौरान जिला पशु चिकित्सा अधिकारी जीपी सिंह से गौवंशों क़ी मौत का कारण एवं दफ़नाए गए गौवंशों क़े पोस्टमार्टम कराने जाने क़े सवाल पर निरुत्तर देखे गए। फिलहाल डीएम क़े ना आने पर ग्रामीण निराश दिखे वही प्रशासनिक अफसरों ने राहत क़ी सांस ली। सारे घटना क्रम में बड़े साहब क़ी आमद होने क़ी खबर पर गौशाला क़े गौवंशो क़ी खिदमतगारी में कोई कमी नही रही किन्तु ना आने क़ी सूचना पर बाकी अफसरात पल्ला झाड़ निकल लिए जिस पर शाम होते होते गौशाला कर्मी भी गेट का ताला बंद कर पुराने ढर्रे पर आ गए। जिस पर हिंदू देवताओं क़ी तरह पूजे जाने वाले गौचरों क़ी मनःस्थिति ”देख तेरे संसार क़ी हालत क्या हो गयी भगवान, कितना बदल गया इन्सान” जैसी देखी गयी।

एडवोकेट अशोक यादव रिपोर्ट

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