कुलपहाड़ ( महोबा )
नगर के रामरतन भुवनेश कुमार पब्लिक स्कूल के नन्हे मुन्ने स्टूडेंट्स ने ऑरेन्ज डे मनाकर विद्यालय को नारंगीमय कर दिया।
कोरोना काल के दो साल बाद व्यवस्थित रूप से शुरु हुए स्कूल की छटा देखते ही बनती थी। नारंगी रंग के परिधानों में सजे लड़के लड़कियां ज्यादातर नारंगी रंग से जुड़े खाद्य पदार्थ ले कर आए थे। बच्चे नारंगी रंग के परिधान पहनने के साथ साथ संतरा , इमरती , गाजर हलवा , रूमाल , हेयर बैंड , टिफिन , बोतल , , पेंसिल बाॅक्स सभी कुछ नारंगी रंग के लेकर आए थे। एक्टिविटी कक्षा को विषेषकर नारंगी गुब्बारों से सजाया गया था। स्कूल टीचर हिना खातून , भारती राजपूत , अंजना शुक्ला , मेघा रावत , शोभा सोनी, आराधना डेविड , रीना सक्सेना आदि ने नारंगी रंग के कलात्मक क्राफ्ट आइटम बनाकर बच्चों को नारंगी रंग से अवगत कराया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रिंसिपल अमित अग्रवाल ने बच्चों को रंगों की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा कि हर रंग का एक सांकेतिक अर्थ भी होता है। उन्होंने कहा कि नारंगी रंग चंद्रमा का रंग माना जाता है। यह प्रेरित करने वाला रंग है। ऑरेंज कलर लाल व पीले रंग के संयोजन से बनाया जाता है। भारत में साधु , सन्यासी व संत इस रंग के परिधान पहनते हैं। यह रंग इच्छा , आकर्षण , अग्नि न चेतावनी का रंग माना जाता है।
रिपोर्ट- राकेश कुमार अग्रवाल