महराजगंज रायबरेली- प्रदेश सरकार आवारा जानवरों के लिए गौशालाओं का निर्माण तो करा चुकी है, लेकिन उनके अधीनस्थ अधिकारी एवं कर्मचारी इन जानवरों के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। जिससे किसानों को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते जनपद के ग्रामीणों ने रातभर जागकर आवारा पशुओं को पकड़ा और ताला लगे गौशालाओ का ताला तोड़कर आवारा जानवरों को बंद कर गुस्सा जताया।
बता दें कि, रविवार की सुबह महराजगंज तहसील के शेखपुर समौधा ग्राम में किसानों ने रात भर जाग कर कई दर्जन आवारा जानवरों को ताला लगी गौशाला का ताला तोड़कर जानवरों को उसमे बंद कर दिया। किसानों का आरोप है कि गौशाला जब खुली हैं तो इन जानवरों को वहां क्यों नहीं रखा जाता। किसान रात-रात भर जाग कर अपनी फसलों की रखवाली करता है। यदि थोड़ी सी भी चूक हो जाए तो यह आवारा जानवर कुछ ही समय में उनकी पूरी फसल को बर्बाद कर देते हैं। किसानो का कहना है यदि उनकी फसल ही नहीं बचेगी तो वह अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे।
उन्होंने जिला प्रशासन सहित उत्तर प्रदेश सरकार से इन आवारा गोवंश के लिए खेतों से हटाकर गौशालाओं में पहुंचाने की मांग की है। किसान प्रदीप का कहना है कि सरकार ने तो गौशाला बना दी हैं मगर उनके अधीनस्थ और कोई भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। आए दिन यह गोवंश कटीलें तारों एवं वाहनों की टक्कर से मौत के मुंह में जा रहे हैं और चील, कौएं एवं कुत्ते उन्हें नोच-नोच कर खा भी जाते हैं। इस ओर भी प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। तमाम ऐसे संगठन भी हैं जो स्वयं को गौ रक्षक कहते हैं मगर उनका भी कोई अता-पता नहीं है।
अनुज मौर्य रिपोर्ट