जिले में भाजपा एमएलसी और कांग्रेस आमने-सामने
न्यूजडेस्क – पत्रकार अर्नब गोस्वामी द्वारा के डिबेट के दौरान सोनिया गांधी पर की गई सवालों की टिप्पणी के बाद सियासी गर्माहट ने दिल्ली, मुम्बई समेत पूरे देश मे एक ऐसे मुद्दे को जन्म दे दिया है जो कि कांग्रेस और भाजपा के समर्थकों को आमने सामने कर रहा है, मगर दिल्ली व मुम्बई की तरह उत्तर प्रदेश के एक शहर में भी इस प्रकरण की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही, जी हां हम बात कर रहे हैं कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले जनपद रायबरेली की जहां से सोनिया गांधी ने संसद का रास्ता तय किया है।
कांग्रेसी पहुंचे पुलिस के पास
अर्नब द्वारा की गयी टिप्पणी पर कांग्रेस कमेटीई के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने पुलिस अधीक्षक रायबरेली के कार्यालय में शिकायती पत्र देते हुए अर्नब पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा कांग्रेस व सोनिया गांधी की छवि धूमिल की गई है, पंकज ने यह भी कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है मगर यदि कोई कार्यवाही न हुई तो वह न्यायालय की शरण मे जांएगे, पंकज ने आरोप लगाया कि इस समय शासन प्रशासन भाजपा सरकार के इशारे पर काम कर रहा है, इसलिए हो सकता है कि उनकी शिकायत पर मामला दर्ज न हो।
भाजपा एमएलसी का पलटवार
जिले में कभी सोनिया गांधी के सिपहसलार में गिने जाने वाले एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह ने जब से भाजपा ज्वाइन की तब से वह सोनिया गांधी पर कागजी हमले का कोई भी मौका नहीं छोड़ते, अर्नब सोनिया प्रकरण के बाद एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह सोशल मिडिया पर एक पत्र व बयान प्रसारित करते हुए सोनिया गांधी पर उनकी नागरिकता व साक्ष्य छिपाने सम्बन्धी मामले पर कोतवाली नगर प्रभारी से शिकायत करने की बात की है, दिनेश सिंह का पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, विदित हो कि सोनिया गांधी के खिलाफ 2019 में लोकसभा चुनाव में दिनेश सिंह भाजपा से मैदान में उतरे थे मगर उनको हार का सामना करना पड़ा था।
सोशल मीडिया पर छिड़ा है वार
अर्नब गोस्वामी व सोनिया गांधी प्रकरण सोशल मीडिया व ट्विटर पर सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रहा है, कांग्रेस समर्थक जहां सोनिया गांधी के पक्ष में अर्नब की गिरफ्तारी को लेकर लगातार ट्वीट कर रहे हैं और अर्नब की पत्रकारिता पर सवाल खड़े कर रहे हैं, वहीं भाजपा समर्थक सोनिया गांधी को आड़े हाँथ लेकर उनकी नागरिकता व देशभक्ति को लेकर तरह तरह के ट्रेंड चला रहे हैं।