गंगा मैया के जयकारों के साथ श्रद्धालुओं ने गंगा में लगायी आस्था की डुबकी

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डलमऊ रायबरेली – मृत्यु लोक को समस्त पापों से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान श्री राम के वंशज राजा भागीरथ द्वारा कठिन तपस्या करके आज ही के दिन स्वर्ग लोक से मां गंगा को पृथ्वी लोक में लाया गया था तब से आज के दिन गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है और इस अवसर पर लोग पाप नाशनी मां गंगा के दर्शन और उनके पवित्र जल में स्नान कर सभी पापों से मुक्त हो जाते हैं इसी क्रम में आज रविवार को गंगा दशहरा के अवसर पर क्षेत्र और जनपद के साथ गैर जनपद से हजारों की संख्या में गंगा भक्त गंगा तट डलमऊ पहुंचकर गंगा मैया के जयकारों के साथ स्थापित डुबकी लगाते हुए गंगा तट के किनारे स्थित मंदिरों और शिवालियों में जलाभिषेक करते हुए पूजा अर्चना का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

गंगा तट डलमऊ के किला घाट सड़क घाट वीआईपी घाट संकट मोचन घाट पक्का घाट पथवारी घाट शुकुल घाट महावीरन घाट आज के साथ लगभग एक दर्जन से अधिक स्नान घाटों पर हजारों की संख्या में भर कल से ही गंगा भक्तों द्वारा गंगा मैया के जयकारों के साथ आस्था की डुबकी लगाई गई और कल का कब तक के किनारे स्थित मंदिर और शिवालियों में जला अभिषेक करते हुए पूजा अर्चना का कार्यक्रम आयोजित किया गया और यथाशक्ति तीर्थ पुरोहितों को दान दक्षिणा दी गई। गंगा दशहरा के अवसर पर तीर्थ पुरोहित गंगा सभा पंचामृत गंगा सेवा समूह डलमऊ और राष्ट्रीय मानवाधिकार के पदाधिकारी के संयुक्त आयोजन में विशाल गंगा दशहरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जिसमें गंगा तट डलमऊ के पथवारी घाट स्थित पथवारी देवी मंदिर पर 21 आरती के साथ विधि विधान और मंत्र उच्चारण के साथ गंगा आरती और गंगा पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया तथा मां गंगा को  56 भोग लगाया गया तथा विशाल प्रसाद वितरण का कार्यक्रम के साथ विभिन्न प्रकार के धार्मिक गीतों के माध्यम से रात्रि जागरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया इस मौके पर संदीप कुमार मिश्रा दिलीप कुमार मिश्रा भंवर जी तिवारी हरिश्चंद्र त्रिपाठी पुनीत द्विवेदी राष्ट्रीय मानवाधिकार के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव और सुशील श्रीवास्तव के साथ सैकड़ो गंगा भक्त मौजूद रहे।

रिपोर्ट- विमल मौर्य

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