हर घंटे मॉनिटरिंग करने के भी दिए निर्देश
चित्रकूट। शुक्रवार को अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे सुनन्दू सुधाकरन द्वारा चित्रकूट में जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन सिलौटा पाइप पेयजल परियोजना के डब्ल्यूटीपी का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण स्थल डब्ल्यूटीपी का निरीक्षण किया गया जहां पर 90% कार्य पूर्ण कर लिया गया था। सभी कंपोनेंट्स के सिविल का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, दोनों सीएलएफ के ब्रिज मैकेनिज्म के इलेक्ट्रिकल मैकेनिकल आइटम्स की इंस्टॉलेशन भी पूर्ण कर लिया गया है, टेस्टिंग पूर्ण कर लिया गया है, कास्केड ऐरोटर, फिल्टर हाउस, एम0सी0डब्ल्यू0आर0, केमिकल हाउस, बैक वाश सम्प, पंप हाउस, क्लोरीनेशन बिल्डिंग, स्लज सम्प तथा मीटर रूम का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
फिल्टर हाउस के इलेक्ट्रिक और मैकेनिकल कार्य लगभग 80% पूर्ण हो गए हैं..अगले 4 दिनों में फिल्टर हाउस भी क्रियाशील हो जाएगा. फिल्टर हाउस से MCWR तथा ग्रामों में पानी भेजने के लिए आवश्यक आइपलाइन्स भी बिछा दी गयी हैं।
इंटकवेल से 12km की दूरी से यमुना नदी का पानी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक शुद्ध किए जाने हेतु आ चुका है।
अवशेष बचे कार्यों को 4 दिनों में पूर्ण करने के निर्देश अपर जिलाधिकारी एस सुधाकरण के द्वारा कार्यदायी संस्था को दिए गए हैं।
कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा 1 सप्ताह के अंदर तक डब्ल्यूटीपी को चालू कर ग्रामों में शुद्ध जलापूर्ति शुरू करने का आश्वासन दिया गया है।
सिलौटा पेयजल परियोजना के सभी 77 ग्रामों में डिस्ट्रीब्यूशन पाइपलाइन 99% पूर्ण हो गयी हैं व गृह नल संयोजन का कार्य भी लगभग समाप्ति पर है।
शासन की मंशा को देखते हुए अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे द्वारा सालौटा पेयजल परियोजना को 10 फरवरी तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे द्वारा सभी आच्छादित ग्रामों से लोगों के आधार कार्ड आदि लेकर हाउस कनेक्शन 1000 तक प्रतिदिन करने के निर्देश दिये गये हैं।
सभी ग्रामीणों और लाभार्थियों से शुद्ध जल हेतु अविलंब आधार कार्ड कार्य संस्था को उपलब्ध कराने की अपील भी किया है जिससे ज तक चित्रकूट जिले में 1920 किलोमीटर की पेयजल पाइपलाइन हर घर जल हर घर नल योजना में पहाड़ों, पत्थरों, जंगलों, ग्रामों में बिछायी जा चुकी है।
अवशेष कार्य को पूरा करने के लिए 14 किलोमीटर की पाइपलाइन प्रतिदिन बिछायी जा रहीं है तथा 800 हाउस कनेक्शन लगाए जा रहे हैं.. जल निगम औऱ उपस्थित कार्यदायी संस्था के इंजीनियर को सरकार के इस महत्वपूर्ण पाइप पेयजल परियोजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करने के सख्त निर्देश दिए गए।
नोडल विभाग जल निगम को इसकी समय-समय पर मॉनिटरिंग करते रहने का निर्देश दिया गया। साथ ही साथ जल निगम पीएमसी , टी पी आई के एक एक इंजीनियर को मौके पर उपस्थित रहकर अपने दिशा निर्देशन में गुणवत्ता परक कार्य कराने के निर्देश दिए गए तथा अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे द्वारा कार्य का हर घंटे मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए गए । इस दौरान कार्यदाई संस्था के कर्मचारी मौजूद रहे।
- पुष्पराज कश्यप