मौदहा के गांवों में पेयजल की भारी किल्लत

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इचौली, हमीरपुर। बुंदेलखंड क्षेत्र में पानी कि किल्ल्त हमेशा से रही हैं लेकिन हमीरपुर के विकास खंड मौदहा में कई गांवो में पेयजल के हालात बदतर हैं।

कहने को हर घर नल योजना में गाँवों में काम जोरो पर चलता दिखाई दे रहा हैं गांवो कि सीसी रोड खोद कर पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा हैं तो कई जगह पूरा भी हो गया हैं।

मौदहा क्षेत्र के ही ग्राम नायकपुरवा कि पांच हजार आबादी वाले इस गाँव में पानी कि समस्या हमेशा बनी रही हैं क्योकि बुजुर्गो का कहना हैं कि इस गाँव में मीठा पानी नहीं निकलता हैं यदि गाँव में हैण्डपम्प या कुए चाहे ट्यूबबेल लगाए जाय तो उनसे खारा पानी ही निकलेगा।

यहां के युवाओ व समाजसेवियों द्वारा अधिकारियों व नेताओ से पेयजल संकट दूर करने कि मांग समय समय पर उठाते रहे हैं सन दो हजार पंद्रह में युवाओ द्वारा पेयजल के लिए आमरण अनशन किया गया था जिसमे सरकार ने पांच करोड़ पैतालीस लाख रुपये पेयजल संकट दूर करने के लिए दिए गए जिसमे नायकपुरवा इचौली गाँव के बीच में एक टंकी बनी जो दोनों गांवो में पानी सप्लाई करेगी लेकिन जलनिगम व ठेकेदार कि मिलीं भगत से जल्दी जल्दी काम पूरा दिखा पैसे का बंदर बाँट कर लिया।और आज यहां एक दिन इचौली तो एक दिन नायक पुरवा को पानी दिया जाता हैं।

ग्राम नायक पुरवा में तो पानी का बुरा हाल हैं जहां चौबीस घंटे बाद पानी मिलेगा वो भी जात के हिसाब से यहां पूरे गाँव में जलनिगम ने छ जगह वाल लगा रखे हैं। जो जाति के हिसाब से पानी दिया जाता हैं यदि ग्रामीण आपरेटर से फोन कर कहेंगे कि भइया पानी नहीं आया तो वह जवाब देगा अभी तुम्हारे मोहल्ले का नंबर नहीं हैं अभी गडरिया मोहल्ले में छोड़ा हैं।

ग्राम प्रधान सुनील कुमार ने बताया कि ग्राम पंचायत नायकपुरवा को नमामि गंगे योजना में शामिल नहीं किया गया हैंl 2015 में 5करोड़ 45लाख लागत से टंकी व पाइप लाइन डाली गई हैं जिसमे 6जगह लुज्जु धोबी, बसोर मुहाल, बहोरि बाबा कि गली, छोटू गुप्ता, छोटा रैदास, शंकर यादव के यहां वाल लगाए गए हैं जिनको बारी बारी से पानी दिया जाता हैं।

ग्रामीण नरेंद्र सिंह ने बताया कि हमारे गाँव में हरिजन बस्ती को अलग,गड़रिया मोहल्ले को अलग,कुम्हारौ को अलग अलग पानी छोड़ा जाता हैं बल्कि हरिजन बस्ती में पानी नहीं आता तो प्रधान टैंकर से पूर्ती करता हैं।

ग्रामीण श्याम बाबू ने बताया कि हमारे गाँव में जैसी व्यवस्था हैं जैसे हम आदि काल में जी रहे हो पानी आने का कोई समय नहीं हैं कभी आपरेटर को फोन करे तो बोलेगा अभी दुमारो के यहां छोड़ा हैं फिर गड़रियो के यहां छोड़ेंगे।

पंकज सेन ने बताया कि जूनियर विद्यालय वाले मोहल्ले में पानी तो नहीं आता पर हर महीने पानी बिल लेकर जलनिगम का कर्मचारी जरूर आता हैं। पानी के लिए बोलेगा ये बात प्रधान से कहो हमारा काम पानी का पैसे लेना हैं।

इचौली गांव निवासी एड सौरभ मिश्रा ने बताया कि पेयजल योजना की स्थापना के दौरान ग्रामीणों को पेयजल समस्या से निजात मिलने की आस जगी थी। लेकिन पानी न मिलने से मासूसी हाथ लगी है।

बताया कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी जल निगम ग्रामीणों की प्यास बुझाने में नाकाम साबित हो रहा है। इचौली गांव स्थित पुलिस चौकी, चंदा तालाब, मनकाई तालाब के किनारे वाले एक बड़े हिस्से के साथ शिवपुरी मोहल्ले में गंभीर समस्या है।

  • एमडी प्रजापति
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