● पुलिस नहीं कर सकी बॉर्डर सील, प्रवासियों का फूटा गुस्सा
जालौन — जनपद जालौन के पिरौना में कोरोना वायरस के संक्रमण की अचानक बाढ़ सी आ गई है जिससे जिला प्रशासन ने भी जिले की प्रत्येक सीमा पर सख्ती बढ़ा दी। जिससे प्रवासी मजदूरों की मुश्किले भी बढ़ गई। लॉक डाउन की अवधि बढ़ते ही प्रवासी मजदूरों का गैर प्रांतों से ट्रक, साइकिल तथा पैदल ही अपनों से मिलने की ललक को लेकर घरों को जाने का सिलसिला जारी है परन्तु उनकी मुश्किले जिले की हर सीमा पर लगे बैरियर से गुजरने में पुलिस द्वारा सीमा में प्रवेश न करने देने से बढ़ गई है। वही जनपद में कोरोना के मरीज अधिक होने से प्रशासन भी सकते में आ गया है। आज जालौन झांसी सीमा पर बने बैरियर पर सुबह 9:00 बजे गैर प्रांतों से आने वाले प्रवासी मजदूरों के निकलने का सिलसिला तो जारी रहा परन्तु सुबह 9 बजे के बाद अपर पुलिस अधीक्षक एके सिंह तथा कई थानों की पुलिस तथा जनपद झांसी पुलिस प्रशासन द्वारा सीमा पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी जिससे ट्रको से साइकिल तथा पैदल हजारों मजदूर बॉर्डर पर एकत्रित हो गए है। पुलिस प्रशासन किसी भी सूरत में प्रवासी मजदूरों को अपने जनपद की सीमा में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दे रहा है। सख्ती होते ही हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर ,महिलाओं तथा बच्चों के साथ बॉर्डर पर एकत्रित हो गए हैं लगातार प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है जिससे लगातार प्रवासी मजदूरों की संख्या में इफाजा होता जा रहा है। जालौन झांसी सीमा पर इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का एकत्रित होना प्रशासन के लिए सरदर्द बना हुआ है। दूसरी ओर देखा जाए तो उनके खाने पीने का भी कोई इन्तजाम नहीं और न छाया का कोई इंतजाम हैं। ऐसी चिलचिलाती धूप में खड़े मजदूर अपने घर की आस लगाए बैठे हैं कि कब अपने अपने घर पहुचेंगे। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने प्रवासियों के खाने पीने की व्यवस्था की।
इस मौके पर अपर पुलिसअधीक्षक डॉ अबधेश कुमार सिंह, एसडीएम कोंच अशोक कुमार, तहसीलदार कोंच राजेश विश्वकर्मा, नायब तहसीलदार कोंच संजय कुमार सिंह, सीओ/ क्राइम, कोंच आर पी सिंह, क्षेत्राधिकारी कोंच राजीव प्रताप, थानाध्यक्ष एट अरुण तिवारी, नदीगांव थानाध्यक्ष विनय दिवाकर कैलिया, थानाध्यक्ष योगेंद्र पटेल पिरौना चौकी प्रभारी शीलवन्त सिंह व अन्य थानों की पुलिस मौजूद रही।