डाक विभाग 500 किमी से ज्यादा के 22 मार्गों के साथ राष्ट्रीय सड़क परिवहन नेटवर्क के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं का वितरण करने के लिए तैयार
कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए किए गए लॉकडाउन से उत्पन्न हुए मौजूदा स्थिति के कारण, देश में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो गई है क्योंकि यात्री एयरलाइनें, रेलवे और राज्य रोडवेजों ने परिचालन बंद कर दिया है। केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कानून एवं न्याय मंत्री, श्री रविशंकर प्रसाद ने डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए विभाग को संकट की इस घड़ीं में कल्पना से बाहर सोचने के लिए प्रोत्साहित किया। इस प्रोत्साहन के परिणामस्वरूप, विभागीय वाहनों के मौजूदा बेड़े के साथ, मुख्य रूप से शहर के अंदर डिलीवरी के लिए, सड़क नेटवर्क की शुरुआत करने की कल्पना की गई और एक राष्ट्रीय सड़क परिवहन नेटवर्क को 500 किमी से ज्यादा के 22 लंबे मार्गों के साथ डिजाइन किया गया, जिसका फैलाव 34 राज्यांतरिक/ अंतरराज्यीय अनुसूचियों के साथ, पूरे देश के 75 से ज्यादा शहरों तक है। इस पहल से अब यह सुनिश्चित होगा कि देश के अंदर आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही की जा सके क्योंकि डाक विभाग देश में कहीं भी आवश्यक वस्तुओं को पहुंचाने वाले पार्सल को लेकर जा सकेगा।
डाक विभाग देश के सभी हिस्सों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को सुनिश्चित करने की दिशा में पहले ही कई पहल कर चुका है जिसमें दवाओं, कोविड-19 परीक्षण किट, मास्क, सैनिटाइज़र, पीपीई और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति शामिल है। इस विभाग द्वारा आधार सक्षम भुगतान प्रणाली के माध्यम से घर तक नकदी भी पहुंचाई जा रही है, विशेष रूप से बुजुर्ग, दिव्यांगजन, पेंशनधारकों के लिए। राष्ट्रीय सड़क परिवहन नेटवर्क देश भर के लोगों तक पहुंचने के लिए विभाग द्वारा किया जाने वाला एक और पहल है।