– दूसरे दिन भी परिवहन की बसों का हुआ संचालन
– कानपुर, कटनी, झांसी व चित्रकूट को रवाना हुईं बसें
बांदा। लॉकडाउन के बाद परदेस में रह रहे लोगों का घरों की ओर लौटने का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। जनपद में सैकड़ो लोग दिल्ली, कानपुर समेत तमाम जिलों से पहुंचे। घर तक पहुंचाने से पहले उनकी स्क्रीनिंग की गई। परिवहन निगम की 13 बसों में ठूंसकर लोगों को उनके घरों तक भेजा गया।
लाकडाउन के पांचवें दिन पलायन कर गए लोगों की वतन वापसी का सिलसिला लगातार जारी रहा।
रविवार को भी परिवहन निगम ने 13 बसों का संचालन किया। तमाम लोग पैदल ही यहां पहुंच रहे हैं। रोडवेज बसों को विभिन्न रूटों पर रवाना किया गया। डिपो से रवाना की गईं सात बसें कानपुर भेजी गईं। जबकि दो-दो बसें चित्रकूट और एक-एक बस झांसी तथा मध्य प्रदेश के कटनी गई हैं। आगे यह यात्री अपने घरों के लिए दूसरे वाहनों की मदद से रवाना होंगे। कई यात्री जो कई सौ किमी पैदल चलकर आए उनके माथे पर शिकन साफ देखी जा सकती थी। शायद उनका मन यही कह रहा था कि हे भगवान किसी तरह घर पहुंचा दे। एआरएम परमानंद ने बताया कि जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने रविवार को 13 बसों के संचालन की दोबारा अनुमति प्रदान की है। लाकडाउन के दौरान दूसरे शहरों में फंसे यात्रियों को इन बसों से उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा। जिला अस्पताल में बसों से जाने वाले हरेक यात्री का जिला अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। सैनिटाइज कराने के बाद ही यात्रियों को रोडवेज बसों पर में बैठा कर घरों को भेजा गया।
फिजिकल डिस्टेंस की उड़ गई धज्जियां
कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए जिला अस्पताल प्राासन ने गंभीरता नहीं दिखाई। परिवहन निगम की बसों से रवाना होने वाले लोगों की जिला अस्पताल में थर्मल स्क्रीनिंग की गई। परदेश से आए तमाम लोग एक-दूसरे से सटे लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। रविवार को जिला अस्पताल में थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान फिजिकल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ गईं। सैकड़ों लोग एक दूसरे से सटे नजर आए। जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। उधर, बाहर से आए लोगों का कहना है कि परिवहन निगम द्वारा संचालित की गई 13 बसों की व्यवस्था नाकाफी है। तमाम लोग लगातार पैदल घरों की ओर जा रहे हैं।
वतन वापसी पर यात्रियों के चेहरे चमके
पिछले चार दिनों से लाकडाउन में फंसे यात्रियों के चेहरे बस में सवार होते ही खुशी से चमक उठे। वतन वापसी की खुशी सभी के चेहरों पर साफ नजर आई। शनिवार को डिपो परिसर से परिवहन निगम ने 13 बसों का बेड़ा कानपुर, इलाहाबाद और सतना के लिए रवाना किया। लाकडाउन में फंसे लोगों को बसों का संचालन शुरू होने की जैसे ही खबर मिली सभी लोग बस स्टैंड की ओर दौड़ पड़े। तमाम लोगों ने बेखबर अपनों को फोन पर बस सेवा शुरू होने की जानकारी दी। कुछ ही देर में बस स्टैंड में यात्रियों की भीड़ जमा हो गई। जिला अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण के बाद सभी को बसों पर सवार किया गया। बस में बैठते ही लाकडाउन में पिछले चार दिनों से फंसे यात्रियों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
रिपोर्टर – सुधीर त्रिवेदी