प्रदेश सरकार और अन्य सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित ,उत्तर प्रदेश के प्रमुख नींबू उत्पादक,बागवानी विषेशज्ञ , मोटिवेशनल स्पीकर ,किसान वैज्ञानिक लेमन मैन रायबरेली का किसान और नेचुरल बागवानी के प्रति समर्पण ही आज उन्हें इस मुकाम तक ले आया है।
उत्तर प्रदेश का शायद ही कोई जनपद बचा होगा ,जहा से किसान उनके पास रायबरेली में आकर बागवानी की ट्रेंनिग न लिया हो / संपर्क ना किया हो।
अबकी बार उनकी बागवानी में १०० कुंतल नींबू का उत्पादन हुआ है जो लॉकडाउन होते हुए भी तीन लाख रुपए का बिका है
जो २ एकड़ की सघन बागवानी में हुआ है, इस उत्कृष्ठ उत्पादन हेतु उन्हें प्रदेश के प्रथम पुरस्कार बागवानी के लिए अबकी बार मिलने की प्रबल संभावना है, पिछली बार जनपद में प्रथम पुरस्कार मिला था।
माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी का नारा आत्मनिर्भर भारत, बागवानी के माध्यम से देश के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की आनन्द मिश्रा लेमन मैन रायबरेली की मुहिम रंग ला रही है, देश के सैकड़ों किसान नींबू और अमरूद की बागवानी लगा रहे हैं ,बागवानी की तरफ आकर्षित हुए हैं, किसानों को नींबू और अमरूद की बागवानी अच्छी लग रही है, जिससे उन्हें 30 से 35 सालों तक लगातार मुनाफा होता रहता है।
पूरे देश के अलग-अलग कोनों से हजारों की संख्या में किसान लेमन मैन रायबरेली से संपर्क में है अबकी बार इस मानसून के सीजन में कई एकड़ बागवानी लग गई है जिसका श्रेय लेमन मैन रायबरेली को जाता है जगह-जगह देश के अलग-अलग कोनों से प्रतिदिन किसी न किसी जगह से लोग किसानों का डेलिगेशन आता रहता है, बागवानी की बारीकियां और बागवानी को कैसे करें इसको लगातार इनकम का जरिया और डबलिंग इनकम की तरफ कैसे ले जाएं यह सब आनंद मिश्रा किसानों को सिखाते हैं।
ट्रेडिशनल फसल और बागवानी में एक अंतर होता है कि ट्रेडिशनल फसल की लाइफ 120 दिन की होती है बागवानी के उम्र ३० साल तक होती है, ट्रेडिशनल फसल में हर बार आपको लागत लगानी है और वह लागत बढ़ती चली जाएगी और आमदनी काम होती रहती हैं, बागवानी में एक बार आप लागत लगाएंगे इसके बाद आपकी आमदनी बढ़ती रहेगी और लागत घटती जाती है मुख्य प्रॉफिट तो किसानों को इसी बात से होने वाला है कि उनकी होने वाली इनकम है वह कम लागत में होती रहे ,इसके लिए हर किसान को थोड़ी बहुत बागवानी करनी चाहिए जिससे उसकी आमदनी बढ़ती रहे, और पर्यावरण संरक्षण भी होता रहे।
आइए हम सब मिलकर बागवानी की तरफ कदम बढ़ाए और अपने परिवार को सम्पन्न बनाए, एक बेहतर कल की नीव रखे और जल , मृदा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने का काम करे।