पत्रकारों को रिपोर्टिंग की गाइडलाइन तय करने लगे चौकी इंचार्ज

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– नगरपालिका के ईंट चुराने का मामला

-चौकी इंचार्ज ही बन रहे ईंट चोरों के बड़े पैरोकार

– पालिका ने संविदा चालक की संविदा समाप्त की

संदीप रिछारिया(वरिष्ठ संपादक)

चित्रकूट। सीतापुर कस्बे के जयपुरिया तिराहे से लेकर रामघाट के बीच बन रही फोरलेन सड़क के किनारे लगे ईंट को चुराने का काम करने वाले पालिका के संविदाकर्मी चालक रोहित यादव को तो अधिशाषी अधिकारी ने हटा दिया और पत्रकारों के साथ बदसलूकी के मामले में कर्वी कोतवाली में पत्रकार ने आरोपियों के खिलाफ गाली गलौज करने व जान से मारने की धमकी देने का मामला भी दर्ज कर लिया है। लेकिन इस मामले में सबसे बड़ी बात यह सामने आई की पुलिस ने पत्रकार का पक्ष सुनने के बाद आरोपियों के पास पहुँचकर उल्टे पत्रकार के लिए रिपोर्टिंग करने की गाइड लाइन तय करने का प्रयास किया और जब आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज हो गया तो पत्रकार से उसके खिलाफ आरोपियों द्वारा तहरीर दिए जाने की बात बताई।

मामला कुछ इस प्रकार है, सीतापुर कस्बे में बेडिपुलिया से लेकर रामघाट तक बनने वाली फोर लेन सीसी रोड का इन दिनों निर्माण चल रहा है। इसके पहले चरण में बेडीपुलिया से जयपुरिया तिराहे तक रोड बनाई जा चुकी है जबकि अब दूसरे चरण का काम जयपुरिया तिराहे से रामघाट के लिए चल रहा है। सड़क के किनारे नगर पालिका के द्वारा लगवाई गई सीमेंट की ईंट लगी थी।इसको नगर पालिका उखड़वाकर रैन बसेरा में रखवा रही थी। इस बीच इस काम के इंचार्ज की सहमति और मिली भगत से सीमेंट की ईंट को बेचने का मामला सामने आने पर पत्रकार ने खबर की।पत्रकार को मालूम चला कि ईंट को चोरी कर मध्यप्रदेश के छीरगाँव ले जाया गया है। जिस पर छीर गाँव मे जाकर पत्रकार ने उन ईंटों को देखा और उसे चित्रित किया। खबर करके लौटकर आने पर उसे रामघाट पर संविदा चालक रोहित यादव ने अपने पिता व भाइयों सहित रोककर कहा कि तुम्हारी हिम्मत छीर गाँव जाने की कैसे हुई,मैने पूर्व में पत्रकार को मारा था, तुम्हे परिवार सहित ऊपर पहुँचा दूँगा और पीट दिया।इतने में वहाँ लोग आए उसे छुड़ाया।इसके बाद पत्रकार ने एसएचओ कर्वी व सीतापुर चौकी प्रभारी को पूरी घटना की जानकारी फोन पर दी। सीतापुर चौकी इंचार्ज रामवीर सिंह ने पत्रकार के पास आकर पूरी घटना की जानकारी ली और फिर कहा कि आपके साथ गलत हुआ है।मै आरोपियों को ठीक कर दूँगा। रात में चौकी इंचार्ज को फोन करने पर उन्होंने बताया कि आज पानी बरसने के कारण वे नही जा सके।अगले दिन जब दोपहर को चौकी इंचार्ज को फोन किया गया तो उनका जवाब था कि आप कहा गन्दे लोगों के पास चले गए,आपको वहाँ पर रिपोर्टिंग करने नही जाना चाहिए था। वैसे कोतवाली में दी गई तहरीर के आधार पर जब मुकदमा दर्ज कराकर पत्रकार बाहर आया तो वहाँ पर मिले चौकी इंचार्ज ने बताया कि आपके खिलाफ भी तहरीर दी गई है।

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चित्रकूट प्रेस क्लब अध्यक्ष सत्यप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि इस मामले में जितने दोषी ईंट चुराने वाले है,उससे ज्यादा दोषी तो अब चौकी इंचार्ज रामवीर सिंह दिखाई दे रहे है। वह जिस प्रकार पत्रकारों की रिपोर्टिंग के करने के लिए गाइड लाइन तय कर रहे है,वह उनकी प्रवृत्ति को दर्शाता है। चौकी इंचार्ज को पत्रकार व उनके परिवार की सुरक्षा के बारे में चिंता न कर उल्टे आरोपियों को संरक्षण देने का काम अत्यंत निदनीय है। इसकी शिकायत एसपी व अन्य उच्चाधिकारियों से की जाएगी।

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