महोबा। पनवाड़ी ब्लाक के महुआ गांव स्थित संविलयन स्कूल में बालक-बालिकाओं का स्कूल एक ही परिसर में है। यहां सोमवार दोपहर के समय साथ-आठ बालिकाएं अचानक बेहोश हो गईं।
शिक्षकों की सूचना पर अभिभावक स्कूल पहुंचे और पुलिस की मदद से एंबुलेंस बुलाई गई। बालिकाओं को पनवाड़ी अस्पताल लाया गया। बालिकाओं की तबीयत में सुधार है।
बालिकाओं के अनुसार उन्होंने अभी मिडडे मील भी नहीं खाया था। वह परिसर में थीं कि अचानक उन लोगों को चक्कर आ गया। वहीं गांव के अभिभावकों का कहना है कि बच्चियां डर गई हैं।
प्रधानाचार्य गोविंद रिछारिया ने बताया कि सोमवार सुबह प्रार्थना के समय दो बालिकाएं सुस्त दिखीं। उन्हें लगा कि हो सकता है कि कमजोरी के कारण लगा हो। बच्चियों को पानी पिलाया और उन्हें कक्षा में बैठा दिया। दोपहर के समय खाना खाने की तैयारी हो रही थी।
कक्षा एक से लेकर आठ तक संचालित इस संविलियन स्कूल के बालक-बालिकाओं की कतार लगाई जा रही थी। उसी समय एक बच्ची ने अपनी थाली उठा कर फेंक दी और जोर से चिल्लाने लगी। उसे कुछ बच्चियों ने पकड़ा तो वह भी बेहोश होने लगीं।
मामले की जानकारी गांव वालों को दी गई। कई अभिभावक पहुंच गए और पुलिस तथा एंबुलेंस को सूचना दी गई। बेहोश हुई आठ बच्चियों को पनवाड़ी अस्पताल ले जाया गया। यहां सभी की तबीयत ठीक है। होश में आई एक कक्षा पांच की छात्रा ने बताया कि उसे कोई सफेद कपड़ा पहने दिखा। उसे देख वह डर कर बेहोश हो गई।
एसडीएम अरुण दीक्षित ने बताया कि बच्चियां बेहोश क्यों हुई इसकी जांच की जा रही है। फिलहाल स्कूल में छुट्टी करा कर सभी बच्चों को घर भेजा गया है। अस्पताल में भर्ती बच्चियों की हालत में सुधार है। प्रधानाचार्य ने बताया कि स्कूल में बालक-बालिकाएं दोनों पढ़ते हैं लेकिन इसमें केवल कुछ बालिकाएं ही बेहोश हुई थीं।
- राकेश कुमार अग्रवाल