राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड ( महोबा )। देश – दुनिया संक्रामक बीमारी कोरोना से दो चार हो रही है। इसके बावजूद जल संस्थान चेत नहीं रहा है। स्वच्छ पेयजल के नाम पर संस्थान कोला नुमा पानी की आपूर्ति कर रहा है। यह पानी न तो पीने लायक है न ही अन्य घरेलू कामों में इस्तेमाल के लायक।
जैतपुर पेयजल योजना से बेलाताल के सभी १५ वार्डोॆ के अलावा कुलपहाड नगर एवं दो दर्जन गांवों में जलापूर्ति की जाती है। जल संस्थान जलापूर्ति करता है। लेकिन मानक के अनुरूप समुचित फिल्टर किए बिना जला पूर्ति किए जाने से टोटियों से निकल रहा पानी कोका कोला नुमा आ रहा है। सूचना देने के बावजूद विभागीय अधिकारियों के कानो में जूंतक नही रेंग रही है।
गांवों में स्वच्छ पेयजल को लेकर जल संस्थान के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं। जल संस्थान बेलाताल की ओर से पेयजल योजना का संचालन किया जा रहा है। लेकिन विभागीय लापरवाही का आलम यह है कि क्षेत्रीय जनता दूषित पानी के इस्तेमाल पर मजबूर हैं।
स्वच्छ एवं नियमित पेयजल आपूर्ति के लिए संस्थान उपभोक्ताओं से प्रतिवर्ष लाखों की धनराशि पेयजल बिल के रूप में वसूलता है।फिर भी पेयजल की स्वच्छता को लेकर विभागीय अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं।