अयोध्य पुलिस को लगातार चकमा देते हुए पहचान छुपा कर साधु के भेष में रह रहे दो हत्या आरोपियों को गिरफ्तार करने में थाना रामजन्मभूमि पुलिस टीम को सफलता मिली है। दोनों हत्या आरोपी करीब 17 वर्षों से फरार चल रहे थे। तथा दोनों पर पुलिस द्वारा 15-15 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि 6 जून 2007 को कृष्णपाल सिंह निवासी तुलसीपुर माझा थाना नवाबगंज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जिसके सम्बन्ध में थाना नवाबगंज में धारा 302 आईपीसी का अभियोग पंजीकृत हुआ था। इस मुकदमें में अभियुक्त गोबिन्द उर्फ संजय उर्फ विजय चेला सियानाथ पुत्र पुरूषोत्तम सिंह निवासी बड़इया थाना बड़इया जिला लखीसराय बिहार एवं सीताराम दास उर्फ विजय चेला रामशरण दास हनुमानकुटी रामघाट अयोध्या आरोपी थे। लेकिन फरार हो गए थे। दिनांक 16 फरवरी 2008 को इनकी सम्पत्ति की कुर्की के पश्चात चार्जशीट प्रेषित की गई थी। अभियुक्तगण तब से भेष व नाम बदल – बदल कर लगातार पुलिस को चकमा देते रहे।
इनकी गिरफ्तारी का वारण्ट न्यायालय अपर सिविल जज (सी0डी0) / ACJM गोण्डा द्वारा अभियुक्तों के गिरफ्तारी का वारण्ट प्रभारी निरीक्षक रामजन्मभूमि अयोध्या को भेजा गया। प्रभारी निरीक्षक थाना रामजन्मभूमि द्वारा अपनी टीम के साथ अभियुक्त सीताराम उर्फ विजय चेला रामशरण दास निवासी हनुमानकुटी चौगुर्जी मन्दिर के पीछे रामकोट से गिरफ्तार किया गया और इनके निवास स्थान से अभियोग से सम्बन्धित अभिलेख आदि भी बरामद किया गया है।
अभियुक्त सीताराम द्वारा वर्ष 2011 के दौरान उच्च न्यायालय में अपने विरूद्ध प्रेषित आरोप पत्र को निरस्त करने हेतु याचिका भी योजित किया था। जिसे न्यायालय ने निरस्त कर दिया था। मामले में दूसरे आरोपी संजय उर्फ विजय उर्फ गोबिन्द चेला सियानाथ पुत्र पुरूषोत्तम सिंह को पुलिस द्वारा लक्ष्मण किला अयोध्या से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने चलान करके न्यायालय में भेजने के बाद जेल भेज दिया।
रिपोर्ट- मनोज कुमार तिवारी
पुलिस को चकमा देकर 17 वर्षों से फरार चल रहे दो हत्या आरोपी गिरफ्तार
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