12 दिन बीतने को है नहीं खाली हुआ सरकारी आवास
पद का दुरुपयोग या सत्ता की हनक के आगे बेबस जिला प्रशासन
रायबरेली— बीते कुछ दिनों पहले जिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर जिला अधिकारी माला श्रीवास्तव ने औचक निरीक्षण किया था जिसमें कई खामियां नजर आई थी इसके साथ ही ऑक्सीजन की कमी के चलते जहां दो मरीजों की मौत हो गई थी खबरें मीडिया में वायरल होने के बाद जिलाधिकारी ने अगले दिन जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया था तो कई सारी खामियां निकल कर बाहर आ गई थी जिसको लेकर उन्होंने नाराजगी भी जाहिर की थी और तत्कालीन सीएमएस को फटकार भी लगाई थी l उनके आचरण को लेकर स्वास्थ्य निदेशालय को एक चिट्ठी भी लिखी थी जिसके उपरांत डॉक्टर नीता साहू का ट्रांसफर कर दिया गया था मगर डॉक्टर नीता साहू की हठधर्मिता कहे या सत्ता पक्ष से जुड़ी होने की वजह से जिला प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश उनके द्वारा अभी तक सरकारी आवास को खाली नहीं किया गया जबकि नए सीएमएस महेंद्र मौर्य लगभग 12 दिनों से होटल में ठहरे हैं उनका कहना है कि जिला अस्पताल में सीएमएस का संवैधानिक पद होता है अगर मैं 24 घंटे यहां पर नहीं रह सकता तो मैं व्यवस्थाओं को कैसे चुस्त-दुरुस्त करूंगा क्योंकि मरीजों के आने का कोई टाइम नहीं होता है वह 24 घंटे कभी भी आ सकते हैं और व्यवस्था में तभी चुस्त-दुरुस्त रखा जा सकता है जब मैं 24 घंटे जिला अस्पताल परिसर में रहूंगा मगर नीता साहू इनका ट्रांसफर प्रयागराज कर दिया गया है उनके द्वारा अभी तक आवास को खाली नहीं किया गया है l जिसको लेकर आज सीएमएस महेंद्र मौर्य ने आवास के बाहर एक नोटिस भी चस्पा की है और 3 दिन के अंदर से आवास खाली करने के लिए बोला है ऐसा न करने पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है
अनुज मौर्य रिपोर्ट