मौदहा (हमीरपुर)। मौदहा कोतवाली के मकरांव में एक पिता ने अपने बच्चों के साथ बैठ कर खाना खाया। जिसके बाद काफी देर तक बच्चों को दुलारता रहा। परिवारीजनों को कुछ समझ नहीं आया कि आज उनका बेटा अपने बच्चों को आखिर क्यों इतना दुलार कर रहा है। खाना खा पीकर घर के सभी सदस्य गहरी नींद में सो गए। सुबह जब नींद खुली तो युवक का शव फंदे पर झूल रहा था। परिजन यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर उसने आत्महत्या क्यों की है। मृतक एक माह पहले ही पानीपत से लौट कर घर आया था।
मकरांव निवासी रवि दीक्षित (32) पुत्र मुखिया पानीपत की कपड़ा मिल में काम करता था। वह लाकडाउन होने पर पिछले 27 मार्च को गांव आया था। शनिवार शाम उसने अपने बच्चों के साथ बैठ कर खाना खाया। पता नहीं उसके मन में उस समय क्या चल रहा था। वह काफी देर तक अपनी दोनों मासूम बेटियों को दुलारता रहा। बेटियां भी अपने पिता के साथ खेल में मस्त हो गईं। उन्हें क्या पता था कि पिता का यह प्यार दुलार उनके लिए आखिरी होगा। रात में जब परिवार के सभी लोग गहरी नींद में सो गए तभी रवि उठा तथा फंदा बनाकर फांसी लगा ली। सुबह जब परिजनों को उसका शव फांदे से झूलते मिला तो हड़कंप मच गया। मृतका का आठ वर्ष पूर्व बांदा के सिंधन पैलानी गांव में सती के साथ विवाह हुआ था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया है।