बनते ही उखड़ कर किनारे लग गईं बेनीमाधवगंज से तेजगांव संपर्क मार्ग की गिट्टियां

30
  • जिम्मेदार योगी सरकार के स्वच्छ मंसूबे पर भ्रष्टाचारी पलीता लगाने से नहीं आ रहे बाज
  • विगत 10 वर्षों से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा था बेनीमाधवगंज-तेजगांव संपर्क मार्ग
  • बदहाल स्थिति में छोड़ दिया गया 700 मीटर गड्ढायुक्त मार्ग

रायबरेली। एक तरफ सूबे की योगी सरकार प्रदेश की गड्ढायुक्त सड़कों को गड्ढामुक्त बनाने के लिए लाखों-करोड़ों रुपये पानी की तरह खर्च कर रही है,वहीं दूसरी तरफ उदासीनता व खाऊ कमाऊ नीति के चलते जिम्मेदार योगी सरकार के स्वच्छ मंसूबे पर भ्रष्टाचारी पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं!

एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है जहां लोक निर्माण विभाग द्वारा मानक के अनुरूप कार्य ना करवाए जाने की वजह से बनते ही बेनीमाधवगंज से तेजगांव संपर्क मार्ग की गिट्टियां उखड़ कर किनारे लग गई हैं!ज्ञातव्य है कि उक्त व्यस्त एवं महत्वपूर्ण मार्ग विगत 10 वर्षों से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा था!

क्षेत्रीय जनता के प्रयासों से मार्ग का डामरीकरण तो हुआ लेकिन आधा अधूरा 4.7 किलोमीटर बनाए जाने वाले मार्ग को मात्र 4 किलोमीटर ही बना कर छोड़ दिया गया!700 मीटर गड्ढा युक्त मार्ग बदहाल स्थिति में छोड़ दिया गया!सक्षम अधिकारियों से वार्ता करने पर अवगत हुआ है कि विभागीय अभिलेखों में बेनीमाधवगंज से तेजगांव मार्ग मात्र 4 किलोमीटर ही अंकित है,जबकि मार्ग की वास्तविक लंबाई 4.7 किलोमीटर है!

उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व कई बार मार्ग 4.7 किलोमीटर पूरी तरह से बनाया गया है!परंतु विभागीय अभिलेखों में 700 मीटर मार्ग ना अंकित होने की वजह से उसे बदहाल स्थिति में छोड़ दिया गया है,जिससे क्षेत्रीय जनता को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है!आए दिन दुर्घटनाएं भी हो रही हैं!

विभागीय उच्चाधिकारियों से शिकायत करने पर उन्होंने नवनिर्मित सड़क की गिट्टी निकल आने की शिकायत को स्वीकार किया है एवं शीघ्र ही उसकी मरम्मत करवाने का भी आश्वासन दिया है!अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया है कि अवशेष 700 मीटर मार्ग भी विधिक कार्रवाई पूर्ण करने के बाद अति शीघ्र बनवा दिया जाएगा!

क्षेत्रीय जनता ने जिलाधिकारी रायबरेली एवं पीडब्ल्यूडी विभाग के सक्षम अधिकारियों से उक्त व्यस्त एवं महत्वपूर्ण मार्ग को मानक के अनुरूप पूर्ण रूप से शीघ्र बनवाने की मांग की है!

  • संदीप कुमार फिजा
Click