वाराणसी (26/04/2021) के युवा सामाजिक कार्यकर्ता एवं राष्ट्रीय युवा पुरस्कार विजेता हेमंत यादव ने आज दिनांक 26 अप्रैल को बीएचयू के एमपीथियेटर ग्राउंड मे बन रहे अस्थाई कोरोना अस्पताल के स्थान पर छात्रावासों को अधिग्रहित कर अस्पताल बनाने के लिए वाराणसी के सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत यादव ने बीएचयू वीसी ऑफिस, कुलसचिव एवं पीएमओ को ईमेल के माध्यम से सूचित किया। श्री यादव ने निवेदन किया की एमपीथियेटर ग्राउंड मे बन रहे अस्थाई कोरोना अस्पताल पैसे की बर्बादी है। जितने खर्च में एमपीथियेटर ग्राउंड में अस्पताल बनाया जा रहा है उतने खर्चे में कई जिले में अस्पताल खोला जा सकता है अगर टेंट लगाने के स्थान पर छात्रावासों का उपयोग किया जाय. बीएचयू के सारे छात्रावास एक से दो हजार की क्षमता वाले हैं, वहां पर पानी और सीवर की पूरी व्यवस्था है. छात्रावासों में मात्र ऑक्सीजन के लिए पाईप बिछाने की बात है. हेमंत ने चिंता जताई की अभी तपिश और धुल धक्क़ड़ का महिना चल रहा है। आंधी कब आ जायेगी इसका ठिकाना नहीं है। अगर बड़ी आंधी आई तो टेंट सेकेंडो में उखड़ जायेंगे। अगर ऐसा हुआ तो मरीजो को डबल डिजास्टर का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा वर्तमान समय में मक्खियों का प्रकोप अत्यधिक है जो हैजा एवं अन्य बीमारियों के फैलने का कारण बनती हैं। ऐसे में ग्राउंड में बने अस्थायी अस्पताल मक्खिया वाहक बन जाएँगी । प्रकृति प्रेमी और एन्विर्मेंटल एक्टिविस्ट होने के कारन हेमंत ने टेंट बनाने के लिए ग्राउंड की जमीन और आस पास के पेड़ो के कटने की भी चिंता जगाई ।
धन्यवाद
द्वारा
राजकुमार गुप्ता
वाराणसी
बीएचयू के एमपीथियेटर ग्राउंड मे बन रहे अस्थाई कोरोना अस्पताल
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