कौशाम्बी| जनपद के स्वास्थ्य महकमे में भस्टाचार का नया आरोप मंगलवार को लगा है। पीड़ित संस्था के मालिक ने स्वास्थ्य महकमे के अफसरों की शिकायत जिला अधिकारी से कर प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा दिया है। आरोप है कि स्वास्थ्य महकमे के अफसरों ने सचिव वी हेक़ाली झिमोमी के शासनादेश को दरकिनार कर मनचाही संस्था को नियुक्त कर दिया। इतना ही नहीं पूर्व की संस्था की सेवा समाप्त कर उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया।
गौरतलब है कि जनवरी 19 में मानव संसाधन की आपूर्ति के लिए मंझनपुर स्थित संस्था मेसर्स राजेश कुमार को नियुक्त किया था। जिसके जरिये स्वास्थ्य महकमे व् जिला संयुक्त चिकित्सालय में सफाई कर्मी, वार्ड आया, सुरक्षा गार्ड, कम्प्यूटर ऑपरेटर जैसे कई पदों पर एक दर्जन से अधिक युवको को तैनात किया गया।
कोरोना संक्रमण के दौरान चिकित्सीय सेवा में किसी तरह का व्यवधान न उत्पन्न हो एवं इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेच में दाखिल याचिका के क्रम में सचिव वी हेकाली झिमोमी ने चिकित्सा अनुभाग को जारी शासनादेश में आउटसोर्सिंग ऑफ़ मैनपावर के लिए कार्य कर रही संस्थाओ को हटाए जाने पर रोक लगा दी।
पीड़ित संस्था के मालिक राजेश कुमार ने बताया, स्वास्थ्य महकमे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने उनकी सस्था मनमाने तरीके से हटा कर प्रयागराज की एक नवीन संस्था मेसर्स आरपी इंटरप्राइसेज प्रीतम नगर को चयनित कर सेवा देने के लिए अधिकृत कर दिया।
डीएम मनीष वर्मा ने बताया, आउट सोर्सिंग सस्था को हटाए जाने से सम्बंधित शिकायत प्राप्त हुयी है। जाँच के लिए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया है। जाँच रिपोर्ट के अनुसार सम्बंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
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