राकेश कुमार अग्रवाल
कुलपहाड़ (महोबा)। कोरोना काल में लगातार आ रही निगेटिव खबरों के बीच कभी कभार आने वाली पाॅजिटिव खबरें हौसला बढाने का काम करती हैं. ऐसे ही सुखद क्षण लाॅकडाउन में इलाहाबाद में फंसे तीन छात्रों के लिए उस समय आए जब तहसीलदार कुलपहाड़ ने तीनों स्टूडेंटस को अपनी गाड़ी से उन्हें घर भिजवाया।
पनवाडी का प्रशांत मिश्रा व उसका भाई पीयूष कांत मिश्रा एवं सिलालपुरा पनवाडी का देवेंद्र यादव प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। प्रशांत मिश्रा व देवेंद्र कुमार इलाहाबाद में रहकर एसएससी की तैयारी कर रहे हैं जबकि पीयूष कांत मिश्रा बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से आचार्य की पढ़ाई कर रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी से घर आने के लिए निवेदन किया था। उस पर जिलाधिकारी ने बस द्वारा महोबा आने पर जांच के उपरांत कुलपहाड़ भेज दिया। तीनों स्टूडेंटस को उनके घर कैसे भेजा जाए यह बडी समस्या थी ऐसे में तहसीदार सुबोधमणि शर्मा ने तीनों छात्रों को अपनी गाडी से भिजवाने की व्यवस्था की। उन्होने छात्रों को १४ दिन होम क्वारंटीन करने के आदेश भी दिए। अपने घर पहुंचने पर स्टूडेंटस और उनके पेरेन्टस फूले नहीं समा रहे थे।